झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीख बेहद नजदीक आ चुकी है. इसको लेकर सभी पार्टियों की ओर से पूरी सिद्दत से तैयारी की जा रही है. इस चुनाव में पहले दिन से ही बीजेपी घुसपैठ के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है. इसी क्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से बड़ा बयान दिया गया है. उन्होंने एक चुनावी सभा में बलते हुए कहा कि 'भारत कोई धर्मशाला नहीं है, जहां जो भी चाहे आकर बस जाए.' उन्होंने विदेशी घुसपैठ को राज्य के लिए एक बड़ा खतरा बताया. साथ ही उन्होंने इसे बढ़ावा देने के लिए झारखंड की जेएमएम सरकार पर आरोप लगाए.
'आदिवासी महिलाओं को जाल में फंसा रहे घुसपैठिये'
दरअसल बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को चुनाव प्रचार के लिए रांची में मौजूद थे. वहां एक चुनावी रैली में उनका संबोधन चल रहा था. इसी संबोधन के दैरान उन्होंने कहा कि 'घुसपैठिये झारखंड आ रहे हैं. वो यहां की आदिवासी महिलाओं को जाल में फंसाते हैं, और फिर उनसे शादी करते हैं.' उन्होंने आगे कहा कि 'विदेशी घुसपैठिये राज्य के लिए बड़ा खतरा हैं, ये राष्ट्र हमारा है, हम अपनी भूमि, जल, जंगल नदियां, खेत औप पर्वत को किसी को हड़पने नहीं देंगे.'
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'आदिवासियों की संख्या हो रही कम'
शिवराज सिंह चौहान की तरफ से आगे दावा किया गया कि 'JMM की अगुवाई वाली अलायंस इन घुसपैठियों को अपना वोट बैंक समझता है. य़े लोग मतों के लोभ में उन्हें सुरक्षा दे रहे हैं. मतदाता सूची में इनके नाम डाल रहे हैं. साथ ही आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवा रहे हैं. स्थिति ये हो चुकी है कि संथाल परगना जासे क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या 44 प्रतिशत से कम होकर 28 प्रतिशत पर आ पहंची है.
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