डीएनए हिंदी: Jitan Ram Manjhi News- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी एक बार फिर अपने बयान से विवादों में घिर गए हैं. गया जिले में गरीब जोड़ो यात्रा के समापन में मांझी ने कहा कि अमीरों के बच्चे 'पोस्टकार्ड' के जरिये पैदा होते हैं, इसलिए उनके बच्चे कम होते हैं. गरीब अपनी पत्नी के साथ रहते हैं, इसलिए उनके बच्चे ज्यादा हो जाते हैं. उधर, जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर दलित आदिवासी (महादलित) समुदाय के लिए ज्यादा आरक्षण का मुद्दा उठाया है. उनका कहना है कि दलित आदिवासियों की संख्या सबसे ज्यादा है, इसलिए आरक्षण में उनकी हिस्सेदारी भी ज्यादा होनी चाहिए.
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'पति दार्जिलिंग, पत्नी शिमला में, पोस्टकार्ड से होता है बच्चा'
गया के गांधी मैदान में आयोजित गरीब जगाओ रैली में मांझी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री केबी सहाय के एक बयान का जिक्र किया. इसके बाद उन्होंने कहा, भाई हम अपनी औरत के साथ रहते हैं. इसलिए बाल बच्चा हो जाता है. बड़कन लोग (अमीर) दार्जिलिंग में तो उनकी पत्नी शिमला में रहते हैं. आप लोगों का बच्चा 'पोस्टकार्ड' पर पैदा होता है. इसी कारण अमीर लोगों के बच्चे कम होते हैं.
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'हम ज्यादा हैं तो आरक्षण भी हमारा ज्यादा हो'
मांझी लगातार महादलित समुदाय को ज्यादा आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाते रहे हैं. गरीब जगाओ रैली में भी उन्होंने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, हमारी (दलित आदिवासियों) की संख्या ज्यादा है तो हमें आरक्षण भी ज्यादा मिलना चाहिए. दलित आदिवासी समुदाय 32 से 34 फीसदी हो गया है. इसलिए आरक्षण का दायरा बढ़ाने की जरूरत है. हमें संख्या के हिसाब से ज्यादा आरक्षण मिलना चाहिए.
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'यादव-भूमिहार लगाते हैं आरोप, गरीब देता है वोट'
मांझी ने अपने 8 बार से विधायक बनने के पीछे गरीबों के वोट को कारण बताया. उन्होंने कहा, यादव-भूमिहार जाति के लोग कहते हैं कि वोट हम दे रहे हैं और आप काम गरीबकों का करते हैं. उनके इस आरोप के कारण ही गरीब लोग हमें वोट देते हैं और हम 8 बार से विधायक बन रहे हैं.
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