बिहार में जितिया स्नान के दौरान बड़ा हादसा हो गया है. औरंगाबाद में स्नान करने गए 8 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. जबकि एक बच्चे को स्थानीय लोगों ने बचा लिया. इस घटना के बाद इलाके में शोक लहर है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को तालाब से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पुलिस के मुताबिक, बारुण के इठहट गांव में जितिया पर्व के मौके पर 5 बच्चे तालाब में स्नान करने गए थे. तालाब में नहाते-नहाते वो पानी की गहराई में चले गए और डूबने लगे. वहां मौजूद अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो कई ग्रामीण तालाब में कूद पड़े. लेकिन बच्चों को बचाया नहीं जा सका.
वहीं, दूसरा हादसा मदनपुर में हुआ, जहां एक युवक और तीन लड़कियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. जबकि जयपाल यादव की 13 वर्षीय पुत्री को ग्रामीणों ने बचा लिया. एसडीएम ने बताया कि इस हादसे के बाद इलाके में मातम छा गया है. पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की राशि की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है.
इससे पहले मंगलवार को मोतिहारी में तालाब में नहाने गईं दो बहनों समेत तीन बच्चों की मौत हो गई थी. वह भी जितिया के नहाय खाय को लेकर नहाने गई थीं. जितिया व्रत को धार्मिक दृष्टि से बेहद शुभ माना जाता है. इस पर्व को जीवित्पुत्रिका व्रत के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत (Jitiya Vrat 2024 Date And Time) को सच्चे मन से करने से संतान को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
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