जम्मू-कश्मीर के चुनाव के परिणाम में कांग्रेस और एनसी के गठबंधन को बढ़त हासिल हुई है. वहीं इस बार के चुनाव में अलगाववादियों ने जमकर भाग लिया था. ये इस बार के चुनाव की खूबसूरती भी रही कि सभी धड़े के लोगों ने इसमें भाग लिया. इसी तरह इस बार चुनाव में आतंकी अफजल गुरु के भाई ऐजाज अहमद गुरु ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी. अफजल गुरु की पहचान 2001 में संसद हमले के दोषी के तौर पर होती है. इस मामले को लेकर अफजल को 9 फरवरी 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी की सजा दी गई थी.
ऐजाज अहमद के खाते में आए महज 129 वोट
ऐजाज अहमद के चुनावी मैदान में उतरने को मीडिया में खूब सुर्खियां मिली थी. वहीं, चुनाव परिणाम में ऐजाज अहमद को करारी शिकस्त का सामने करना पड़ा. शिकस्त इतनी करारी थी कि उनको नोटा से भी कम वोट मिले. वो सोपोर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव में खड़े थे. उन्हें महज 129 वोट प्राप्त हुए. इस सीट पर एनसी के प्रत्याशी इरशाद रसूल को जीत हासिल हुई.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में बीजेपी ने कैसे पलटी बाजी? 5 पॉइंट्स में समझिए पूरी कहानी
क्या रहा इस सीट का चुनावी परिणाम
सोपोर सीट के चुनावी नतीजों पर नजर ठहराएं तो इस सीट से विजेता बने एनसी के इरशाद रसूल को 26,975 वोट प्राप्त हुए. वहीं यहां से निर्दलीय मुरसलीन आजीर दूसरे स्थान पर रहीं. उन्हें 20,356 वोट मिले. ये सीट कांग्रेस और एनसी के बीच दोस्ताना लड़ाई वाली सीटों में से एक थी. यहां से कांग्रेस के कैंडिडेट भी मैदान में उतरे थे. यहां कांग्रेसी कैंडिडेट अब्दुल रशीद डार को 5167 वोट ही प्राप्त हुए, और वो तीसरे स्थान पर रहे. वहीं पीडीपी के प्रत्याशी इरफान अली लोन सिर्फ 1687 वोट ही हासिल हुए. नोटा की बात करें तो इसमें कुल 341 वोट डाले गए.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.