Jammu Kashmir Vidhan Sabha Exit Poll : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं. अलग-अलग सर्वे एजेंसियों ने घाटी में संभावित हार-जीत के अलग-अलग आंकड़ें बताए हैं.
एग्जिट पोल में कांग्रेस-एनसी को बढ़त, बीजेपी पस्त
सी-वोटर के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र में BJP को 27 से 32 सीटें मिलने का अनुमान है. आपको बता दें कि इस क्षेत्र में 43 सीटे हैं. कांग्रेस गठबंधन को 40 से 48 सीटें, पीडीपी 6-12 और अन्य को 6-11 सीटें मिलने की उम्मीद है. सी-वोटर के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है.
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के एग्जिट पोल आ चुके हैं. आज तक के सी-वोटर के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर एनसीपी को 40 से 48 सीटें, बीजेपी को 27 से 32, पीडीपी को 6 से 12 और अन्य को 6 से 11 सीटें मिलने का अनुमान है.
तो वहीं, पीपल्स पल्स सर्वे के मुताबिक, भाजपा को 23-27, कांग्रेस-एनसी को 46-50, पीडीपी को 7-11 और अन्य को 4-6 सीटें मिलने का अनुमान है.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी. दोनों राज्यों में सरकार बनाने के लिए 46 सीटों पर जीत की जरूरत है. भास्कर रिपोर्टर्स पोल के अनुसार, NC-कांग्रेस गठबंधन को 35-40 सीटें, भाजपा को 20-25, पीडीपी को 4-7 और निर्दलीय को 9-12 सीटें मिलने का अनुमान है.
जम्मू-कश्मीर चुनाव क्यों है खास?
जम्मू-कश्मीर चुनाव कई मायनों में खास है. यहां 2014 के बाद अब 2024 में विधानसभा चुनाव हुए हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार चुनाव हुए. यहां 18 सितंबर को पहले चरण तो 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान हुआ था. वहीं एक अक्टूबर जम्मू कश्मीर में तीसरे चरण की वोटिंग के दौरान 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग पूरी हुई. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे.
क्यों जरूरी है एग्जिट पोल को समझना?
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां अब सामने आ चुकी हैं. ये एग्जिट पोल हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों के संभावित नतीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. हालांकि, एग्जिट पोल हमेशा अंतिम नतीजों का सटीक पूर्वानुमान नहीं लगाते हैं, लेकिन वे चुनाव के तुरंत बाद जनता की भावनाओं का एक उपयोगी बैरोमीटर के रूप में काम करते हैं.