जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ ने सोमवार को आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है. उन्होंने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पर आरोप लगाया है. छात्र संघ ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीड़िता की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण मजबूर होकर छात्रा उसे कैंपस छोड़ना पड़ा.
छात्र संघ ने कहा कि छात्रा की अन्य साथियों ने भी उसी प्रोफेसर पर यौन और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है, लेकिन इसके बावजूद छात्राओं की एक अन्य शिकायत पर भी JNU की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने छात्रों की ओर से दायर शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ निलंबन की मांग की है.
जेएनयू छात्र संघ ने पीड़ित छात्रा के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए एक बयान में कहा, ‘जेएनयू छात्र संघ को सेंटर ऑफ चाइनीज एंड साउथ ईस्ट एशियन स्टडीज, स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज के एक वरिष्ठ प्रोफेसर द्वारा उसी सेंटर की एक महिला छात्रा के खिलाफ यौन और मानसिक उत्पीड़न के मामले का पता चला है. आरोपी प्रोफेसर ने लगातार मैसेज और कॉल के जरिए पीड़िता को परेशान किया, जिसमें उसमें अश्लील कविताएं और मिलने के लिए प्रेशर डालने का आरोप लगाया.'
'पेपर में फेल करने की दी धमकी'
छात्र संघ का आरोप है कि प्रोफेसर छात्रा से अकेले में मिलने का दबाव बना रहा था, जब उनसे मना किया तो पेपर में फेल करने की धमकी दी गई. जेएनयू की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की पीठासीन अधिकारी वंदना मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. वंदना मिश्रा ने कहा, ‘पूछताछ की जा रही है. आईसीसी की ओर से आवश्यक कदम उठाए गए हैं.' (PTI इनपुट के साथ)