Joshimath Sinking: जोशीमठ में धंसी भारत-चीन सीमा पर जाने वाली सड़क, सेना के लिए बढ़ी मुश्किलें

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 08, 2023, 06:38 AM IST

Joshimath News: दरकने लगी है भारत-चीन सीमा पर जाने वाली सड़क. (तस्वीर-PTI)

Joshimath News: जोशीमठ के लोग शहर छोड़कर बाहर आ रहे हैं. प्रशासन उन्हें अपने घरों से बाहर निकलने की अपील कर रहा है.

डीएनए हिंदी: उत्तराखंड के जोशीमठ में अब घरों और सड़कों पर आई दरारें बढ़ने लगी हैं. चमोली जिले में रणनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जाने वाली जोशीमठ-मलारी सीमा सड़क पर भी कई जगह बड़ी दरारें पड़ गई हैं. यह सड़क देश को चीन की सीमा को जोड़ती है. सड़कों में दरारें आने की वजह से सेना की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब उनकी मूवमेंट प्रभावित हो सकती है. पूरे जोशीमठ में भूस्खलन की वजह से कई जगहों पर दरारें आ गई हैं. 

सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण जोशीमठ-मलारी सीमा सड़क, मलारी टैक्सी स्टैंड के पास धंस रही है. इस सड़क के प्रभावित होने से आर्मी मूवमेंट बाधित हो सकता है. जोशीमठ से लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है. 

जोशीमठ से 600 से ज्यादा परिवारों का रेस्क्यू

जोशीमठ में दरार से प्रभावित घरों की संख्या बढ़कर 603 हो गई है. चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन.के. जोशी ने कहा कि दरार के कारण 11 और घरों में रहने वाले परिवारों को अस्थाई राहत शिविरों में ट्रांसफर किया गया है.

Joshimath sinking: जोशीमठ में धंसने लगी जमीन, गिर रहे मकान, पलायन को मजबूर लोग, 10 पॉइंट्स में जानें शहर का हाल

सीएम धामी ने किया प्रभावित जगहों का दौरा

करीब 600 प्रभावित परिवारों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर भेजे जाने का निर्देश देने के एक दिन बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को जोशीमठ का दौरा किया. मुख्यमंत्री ने उन घरों का भी दौरा किया, जिनकी दीवारों और छत में चौड़ी दरारें आ गई हैं.

NDRF की कई टीमें तैनात

जोशीमठ नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पवार ने कहा कि मारवाड़ी वार्ड में जमीन के अंदर से पानी के रिसाव के कारण घरों में बड़ी दरारें आ गई हैं. चमोली के मुख्य विकास अधिकारी (CDO) ललित नारायण मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि एहतियात के तौर पर NDRF की टीमों को भी इलाके में तैनात किया गया है.

क्या कह रहे हैं चमोली के जिलाधिकारी?

चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शनिवार को कहा कि जोशीमठ के पूरे इलाके में धंसाव नहीं है लेकिन शहर का एक हिस्सा ऐसा है जहां दरारें हैं, जो बड़ी नहीं हैं. ANI से बात करते हुए खुराना ने कहा, 'जोशीमठ के पूरे इलाके में कोई धंसाव नहीं है, शहर का एक हिस्सा ऐसा है जहां दरारें हैं लेकिन यह बड़ी नहीं है. एक खास जगह है जहां दरारें बढ़ी हैं.'

Joshimath sinking: जोशीमठ हो रहा है तबाह, 4 दशक से वैज्ञानिकों को सता रहा था डर, क्या रोकी जा सकती है बर्बादी?

चमोली जिला प्रशासन के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार कुल 561 प्रतिष्ठानों में से रविग्राम वार्ड में 153, गांधीनगर वार्ड में 127, मारवाड़ी वार्ड में 28, लोअर बाजार वार्ड में 24, सिंहधर वार्ड में 52, मनोहर में 71 प्रतिष्ठान हैं. बाग वार्ड, अपर बाजार वार्ड में 29, सुनील वार्ड में 27 और परसारी में 50 में दरारें आने की सूचना है. आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत होटल व्यू और मलारी इन के संचालन को अगले आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया गया है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Joshimath uttarakhand joshimath Joshimath Sinking