Joshimath Sinking: घरों में दरारें, जमीन के नीचे से आ रहीं आवाजें, दहशत में लोग, कहीं तबाह न हो जाए जोशीमठ

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 05, 2023, 02:19 PM IST

जोशीमठ में पड़ रही हैं दरारें.

जोशीमठ अपने भार की वजह से धंस रहा है. 500 से ज्यादा घरों में और मुख्य सड़कों में दरारें आ गई हैं. यह शहर तबाह होता नजर आ रहा है.

डीएनए हिंदी: उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में कई मकानों में दरारें आने के बाद कम से कम 30 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य के चमोली जिले में, बदरीनाथ तथा हेमकुंड साहिब के रास्ते में आने वाला जोशीमठ समुद्र तल से 6,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. जोशीमठ भूंकप के मद्देनजर बेहद संवेदनशील है. इसे जोन 5 में रखा गया है.

जोशीमठ में कम से कम 561 घरों में हाल के दिनों में दरारें नजर आ रही हैं. कुछ सड़कों पर दरारें भी नजर आई हैं. जोशीमठ के 'डूबने' की आशंका ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ सरकार को भी चिंतित कर दिया है. दरार को देखते हुए लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं. भूस्खलन की वजह से घर गिरने का डर शहरवासियों की सबसे बड़ी चिंता है. अगर ऐसा हुआ तो बड़ी तबाही मचने वाली है.

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561 से ज्यादा मकानों में पड़ी दरारें

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन के जोशी ने बताया कि अब तक शहर के अलग-अलग इलाकों में 561 मकानों में दरारें आ चुकी हैं, जिनमें रविग्राम में 153, गांधीनगर में 127, मनोहरबाग में 71, सिंहधार में 52, परसारी में 50, अपर बाजार में 29, सुनील में 27, मारवाड़ी में 28 और लोअर बाजार में 24 मकान शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अलग-अलग मकानों को अलग-अलग प्रकार की क्षति हुई है और अब तक सर्वाधिक प्रभावित मकानों में रह रहे 29 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. 

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जमीन के नीचे से अलग-अलग तरह की आ रही हैं आवाजें

जोशीमठ में जमीन के अंदर से अजीब आवाजें आ रही हैं. जगह-जगह दरारें पड़ रही हैं.ऐसा लग रहा है कि कहीं जोशीमठ जमीन के अंदर न धंस जाए. लोगों में दहशत फैली है. जोशीमठ के लोगों को विस्थापन का डर सता रहा है.

लोगों का किया जा रहा है रेस्क्यू

प्रशासन का कहना है कि जरूरत पड़ने पर और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर परिवारों को स्थानांतरित किया गया है उनमें नगर पालिका भवन, एक प्राथमिक विद्यालय भवन, मिलन केंद्र और जोशीमठ गुरुद्वारा शामिल हैं. उन्होंने बताया कि कुछ परिवार अपने संबंधियों के यहां चले गए हैं. 

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विशेष दल का किया गया है गठन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है और वह हालात का जायजा लेने स्वयं वहां जाएंगे. भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले ‘जोन-पांच’ में आने वाले इस शहर का सर्वे करने के लिए विशेषज्ञों का एक दल भी गठित किया गया है. (इनपुट: भाषा)

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