डीएनए हिंदी: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने, घरों में दरारें आने और भू-स्खलन से तबाही मची हुई है. प्रशासन ने इसे खतरनाक क्षेत्र घोषित कर दिया है. अब उन इमारतों को गिराया भी जा रहा है जो खतरनाक हो चुकी हैं. इसी बीच जोशीमठ से लगभग 50 किलोमीटर बसे चमोली में भी लोगों के घरों में दरारें आ रही हैं. सामने आई तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों के घरों की दीवारों में कई इंच चौड़ी दरार आ गई है. जोशीमठ का हाल देखकर चमोली के लोग भी डर के साये में जी रहे हैं.
चमोली की कर्णप्रयाग नगर पालिका क्षेत्र में बहुगुणा नगर कॉलोनी है. इसी कॉलोनी का एक वीडियो आया है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कई घरों की दीवारें टूट गई हैं, छतें लटक गई हैं और घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कई घरों की दीवारें तो इस तरह से टूट चुकी हैं कि उनमें रहने का मतलब है जान जोखिम में डालना है. इसके बावजूद, लोग उन्हीं घरों में रहने को मजबूर हैं.
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खतरनाक इमारतों को कराया गया खाली
चमोली के घरों में आई दरारों के बारे में जिलाधिकारी का कहना है, "असुरक्षित क्षेत्र में चिह्नित की गई इमारतों और इसके बफर जोन में आने वाले घरों को खाली करा लिया गया है. सीबीआरआई, रुड़की की एक टीम आज यहां आ रही है. वे पहचान करेंगे कि किन इमारतों को गिराया जाना जरूरी है. उनकी सलाह पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी."
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वहीं, जोशीमठ में सैकड़ों घरों, दुकानों और होटलों की पहचान की जा चुकी है जो बुरी तरह टूट गए हैं. इनको चिह्नित किए जाने के बाद मंगलवार से इनको गिराने का शुरू कर दिया जाएगा. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इनमें रहना खतरे से खाली नहीं है इसलिए लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन इन इमारतों को गिराने जा रहा है.
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