डीएनए हिंदी: कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने पार्टी की 'भारत जोड़ो' यात्रा को लेकर बुधवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा 1990 में की गई रथ यात्रा सत्ता के लिए थी, लेकिन उनकी पार्टी की यह (भारत जोड़ो) यात्रा सत्य के लिए है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी के साथ जो 118 'भारत यात्री' कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करेंगे उनमें कन्हैया कुमार भी शामिल हैं.
उन्होंने न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में कहा कि किसी भी भारतीय के लिए यह सौभाग्य की बात है कि वह इस यात्रा का हिस्सा बने. यह सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि इसके सांस्कृतिक, सामाजिक पहलू भी है, लोगों के साथ मेलजोल है. यह पूछने जाने पर कि यह यात्रा आडवाणी और कुछ अन्य नेताओं द्वारा अतीत में निकाली गई यात्राओं से किस तरह अलग है, कन्हैया ने कहा, "इस यात्रा के तीन बिन्दू हैं, राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक. वो (आडवाणी की यात्रा) राजनीतिक यात्रा थी और सत्ता के लिए थी, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा सत्य के लिए है."
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आडवाणी की यात्रा और कांग्रेस की पहल के बीच अंतर पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "मैं उस (आडवाणी की) यात्रा के नकारात्मक प्रभावों में नहीं जाना चाहता, देश उसके नकारात्मक प्रभावों को देख रहा है." उन्होंने यह भी कहा, "उस यात्रा से भाजपा को सत्ता मिली थी, लेकिन कांग्रेस की यात्रा सत्य को पुर्नस्थापित करने के लिए है."
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उल्लेखनीय है कि आडवाणी ने 1990 में राम मंदिर आंदोलन के समय रथयात्रा निकाली थी जिसका भारतीय जनता पार्टी को राजनीतिक फायदा मिला था. कन्हैया ने यह भी दावा भी कहा कि केंद्र सरकार अमीर और गरीब के बीच खाई पैदा कर रही है जिस कारण इस यात्रा का महत्व है. उन्होंने कहा, "बार-बार-बार यह कह कर आलोचना की जा रही है कि भारत कहां टूटा है कि यह यात्रा निकाली जा रही है. भारत भौगोलिक और ऐतिहासिक रूप से नहीं टूटा है, लेकिन सरकार की नीति के कारण अमीर और गरीब के बीच भयंकर खाई दिखेगी. यह जो खाई बढ़ रही है, यह यात्रा उसको लेकर है.
इनपुट- PTI
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