डीएनए हिंदी: दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके के कंझावला में हुआ रोड एक्सीडेंट (Kanjhawala Accident) लगातार 7 दिनों से चर्चा में है. हर दिन इस केस से जुड़े नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस केस में कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली की रोहिणी अदालत (Rohini Court) ने इस केस के सातवें आरोपी अंकुश को जमानत दे दी है. बाकी के छह आरोपी अभी भी पुलिस कस्टडी में हैं. दूसरी तरफ, हादसे में जान गंवाने वाली अंजलि की सहेली निधि के बारे में खुलासा हुआ है कि दो साल पहले वह ड्रग्स की तस्करी के केस में गिरफ्तार हो चुकी है.
अंकुश खन्ना ही वह आरोपी हैं जिन्होंने खुद ही सरेंडर कर दिया था. इसी केस में लापरवाही बरतने के आरोप में 25 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और उन्हें जिला लाइन भेजा गया है. सूत्रों के मुताबिक, 12 और पुलिसकर्मियों की पहचान की गई है जिनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी. गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देश के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया था.
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कैसे मिल गई जमानत?
रोहिणी कोर्ट के जज ने कहा कि जांच अधिकारी (आईओ) के अनुसार, अंकुश खन्ना ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा था कि आरोपी दीपक गाड़ी चला रहा था. हालांकि, अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी अमित गाड़ी चला रहा था. अदालत ने जांच अधिकारी की इस दलील पर भी गौर किया कि अंकुश खन्ना ने एक अन्य आरोपी आशुतोष के साथ सह-आरोपियों को दीपक के आवास पर छुपाने में मदद की थी. न्यायाधीश ने कहा, 'कथित अपराध जमानती हैं इसलिए आरोपी को 20,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही रकम की जमानत राशि पर जमानत दी जाती है.'
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कोर्ट ने कहा कि जब भी आवश्यक हो, वे जांच में शामिल हों और सबूतों के साथ छेड़छाड़ न करें. सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने आरोपी की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी. पुलिस ने अंकुश खन्ना के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 201, 212, 182 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने इस मामले में पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था. बाद में, आशुतोष और अंकुश खन्ना को गिरफ्तार किया गया.
गांजे की तस्करी के केस में गिरफ्तार हुई थी निधि
दूसरी तरफ, अंजलि की सहेली निधि के बारे में खुलासा हुआ है कि दो साल पहले उसे गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. निधि को तेलंगाना से ड्रग्स लाने के आरोप में आगरा रेलवे स्टेशन पर रोका गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. बता दें कि हादसे के वक्त निधि, अंजलि के साथ स्कूटी पर ही थी. निधि का कहना है कि एक्सीडेंट के बाद वह अपने घर चली गई थी.
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वहीं, अंजलि के घरवालों ने बताया है कि छह महीने पहले भी अंजलि की स्कूटी का भयानक एक्सीडेंट हुआ था. किसी ने अंजलि की स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी थी. उसे चोट लगी थी लेकिन जान बच गई थी. अंजिल की मौसी ने बताया है कि उस हादसे में अंजलि के सिर में चोट लगी थी 15 दिनों तक उसका इलाज चला था. उस वक्त स्कूटी में टक्कर मारने वाला मौके से फरार हो गया था.
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