डीएनए हिंदी: दिल्ली के कंझावला में हुए दर्दनाक हादसे के केस में (Kanjhawala Accident Case) आज आरोपियों के खिलाफ सुनवाई होनी है. इससे पहले पीड़िता अंजलि के परिवार के लोग सुल्तानपुरी थाने (Sultanpuri Police Station) के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. इनका कहना है कि जब आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है, तब फिर पुलिस किस बात का इंतजार कर रही है. 31 दिसंबर और 1 जनवरी की रात को हुए इस दर्दनाक हादसे में कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें से एक को जमानत मिल गई है.
कंझावला हादसे में जान गंवाने वाली अंजलि के मामा और कुछ अन्य लोग इस कड़ाके की ठंड में भी सुल्तानपुरी थाने के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. इन लोगों ने एक बैनर भी ले रखा है, जिस पर लिखा है, "अंजली को न्याय चाहिए." आपको बता दें कि 1 जनवरी को हुए इस दर्दनाक हादसे में अंजलि का शरीर बुरी तरह से रगड़ा और कुचला गया था जिसके चलती उसकी मौत हो गई.
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हत्या का केस दर्ज करने की मांग
अब अंजलि के रिश्तेदारों का कहना है, "एसएचओ ने हमसे कहा था कि वह डीसीपी से हमारी बात कराएंगे. उनका कहना है कि इस केस में आईपीसी की धारा 302 (हत्या का केस) जोड़ना उनके हाथ में नहीं है, वरिष्ठ अधिकारी ही इस पर फैसला ले सकते हैं. अगर आरोपियों ने अपने गुनाह स्वीकार कर लिए हैं तो पुलिस अब और क्या देखना चाहती है?"
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रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्हें पता चल गया था कि अंजलि का शरीर कार के नीचे फंसा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्हें पता था फिर भी उन्होंने कार रोककर उसे निकालने की कोशिश नहीं की. आरोपियों के मुताबिक, वे बुरी तरह डर गए थे और कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे.
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