लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सियासी मैदान जम चुका है. सभी पार्टियों ने मैदान में अपने मोहरे उतार दिए हैं. इसी बीच शह और मात का खेल भी अपनी उरूज पर है. काराकाट लोकसभा की सीट पर कुछ ऐसा ही खेल देखने को मिल रहा है. इस सीट पर एनडीए की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा प्रत्याशी बनाए गए हैं. 'राष्ट्रीय लोक मोर्चा' (RLM) उनकी पार्टी का नाम है. इसी सीट से बीजेपी (BJP) के नेता पवन सिंह ने भी अपनी निर्दलीय दावेदारी पेश कर दी है.
ये सीट बना शतरंज का बोर्ड
अब इससे यहां की स्थिति शतरंज के बोर्ड ही तरह हो गई है. कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ तो पवन सिंह की इस उम्मीदवारी को बीजेपी की ही 'ढाई चाल' बता रहे हैं. महागठबंधन की बात करें तो काराकाट से सीपीआई-एमएल के राजाराम कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया है. दो कुशवाहा के मैदान में आ जाने से मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार दिख रहे हैं. वहीं पवन सिंह का नाता राजपूत जाति से है.
काराकाट का जातीय डेटा
काराकाट में यादव मतदाताओं की आबादी करीब 3 लाख है. वहीं कुर्मी और कोइरी मतदताओं की आबादी करीब 2.5 लाख है. साथ ही इस सीट पर राजपूत मतदाताओं की संख्या करीब 2.5 लाख है. वैश्य समुदाय से आने वाले मतदाताओं की बात करें तो इसकी आबादी करीब 2 लाख है. इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 1.5 लाख है.
2019 लोकसभा चुनाव के परिणाम
2019 के लोक सभा चुनाव में काराकाट में कड़ा मुकाबला देखने को मिला था. इस सीट पर 2019 में 54.72% मतदान हुआ था. जेडीयू के प्रत्याशी महाबली सिंह ने 2019 के आम चुनाव में 84,542 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. उपेंद्र कुशवाहा दूसरे स्थान पर रहे थे.
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