डीएनए हिंदी: कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी नदी के पानी को लेकर विवाद थम नहीं रहा है. कन्नड़ समर्थक और किसान संगठनों के कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को छोड़े जाने के विरोध में शुक्रवार को कर्नाटक बंद (Karnataka Bandh) का आह्वान किया है. इसके मद्देनजर राज्य में खासतौर से दक्षिणी हिस्से में सामान्य जनजीवन बाधित रहने की आशंका है. राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, शॉपिंग मॉल को बंद कर दिया गया है.
कर्नाटक रक्षण वेदिके, कन्नड़ चलवली (वटल पक्ष) और किसानों के शीर्ष संगठन कन्नड़ ओक्कुटा ने पूरे राज्य में शुक्रवार सुबह से शाम तक बंद का आह्वान किया है. बंद के आयोजकों ने बताया कि शहर में टाउन हॉल से फ्रीडम पार्क तक व्यापक जुलूस निकाला जाएगा जिसमें सभी वर्ग के लोगों के भाग लेने की संभावना है. उन्होंने कहा कि पूरे कर्नाटक में बंद रहेगा और राजमार्ग, टोल, रेल सेवाएं और एयरपोर्ट भी बंद कराने की कोशिश करेंगे.
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क्या-क्या रहेगा बंद
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्यूलर) ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है. साथ ही होटलों, ऑटोरिक्शा और टैक्सी के संघों ने भी बंद का समर्थन किया है. कर्नाटक प्रदेश निजी स्कूल संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि वो भी बंद को नैतिक समर्थन दे रहे हैं. प्रसाशन ने सरकारी स्कूल और कॉलेज को भी बंद रखने का फैसला किया है. इस बीच राज्य के परिवहन विभाग ने सरकारी परिवहन निगमों को अपनी सेवाएं जारी रखने का निर्देश दिया है.
इससे पहले कावेरी का पानी तमिलनाडु को दिए जाने के खिलाफ कावेरी बेसिन वाले जिले मांड्या ने गुरुवार को प्रदर्शन किया था. वे पिछले 15 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तमिलनाडु के प्रति नरम रुख अपनाया और वह मामले पर उचित तरीके से ध्यान नहीं दे रही है.
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