डीएनए हिंदी: पिछले कई महीनों से कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब विवाद (Hijab Controversy) काफी चर्चा में रहा है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भी इस विवाद पर आखिरी फैसला सुनाने के लिए मामले को बड़ी बेंच को भेज दिया है. इसी कर्नाटक वक्फ़ बोर्ड (Karnataka Waqf Board) ने स्कूलों में हिजाब लागू रखने के लिए नया तरीका खोज निकाला है. कर्नाटक वक्फ़ बोर्ड अपने पैसे लगाकर और अपनी जमीन पर स्कूल बनाने की तैयारी कर रहा है. कहा जा रहा है कि इन स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों को हिजाब पहनने की इजाजत दी जाएगी.
कर्नाटक वक्फ बोर्ड के मुताबिक, राज्य में स्व-वित्त पोषित और कॉलेज खोलने के लिए कुल 25 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. बोर्ड के मुताबिक, इन स्कूलों और कॉलेजों को बनाने के लिए बोर्ड अपनी जमीनों का इस्तेमाल करेगा. जहां जमीन नहीं होगी वहां बोर्ड जमीन भी खरीदेगा. शुरुआत में ये स्कूल और कॉलेज मेंगलुरु, शिवमोगा, हासन, कोडगू, बीजापुर, हुबली और कई अन्य जिलों में भी खोले जाएंगे.
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सीएस बसवराज बोम्मई करेंगे बड़ा ऐलान
वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन शाफी सादी ने बताया कि इन स्कूलों और कॉलेजों के लिए अलग से नियम नहीं बनाए जाएंगे. ये स्कूल भी यूनिवर्सिटी और स्टेट बोर्ड के नियमों के हिसाब से चलेंगे. सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस बारे में कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई दिसंबर महीने के आखिरी में बड़ा ऐलान करने वाले हैं.
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शाफी सादी ने कहा कि ज्यादातर स्कूल और कॉलेज लड़कियों के लिए खोले जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इसका हिजाब प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है. यह फैसला पहले ही लिया गया था. इन स्कूलों और कॉलेजों में हर कोई एडमिशन ले सकेगा. आपको बता दें कि 13 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के जजों ने इस मामले पर अपनी अलग-अलग राय रखी थी. इस वजह से सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बड़ी बेंच को भेज दिया था.
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