डीएनए हिंदी: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए केजरीवाल सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है. केंद्र सरकार के साथ शुक्रवार को आयोजित राज्यों की संयुक्त बैठक में दिल्ली सरकार ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में पटाखे जलाने और डीजल बसों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है. राजधानी में गुरुवार को एक्यूआइ 121 रहा, जो 'मध्यम' श्रेणी में आता है. लेकिन धीरे-धीरे यह ऊपर बढ़ रहा है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पर्यावरण मंत्रियों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान दिल्ली सरकार ने पूरे NCR में प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कई उपाय सुझाए. इससे पहले गोपाल राय ने केंद्र से सर्दियों के दौरान प्रदूषण से निपटने के लिए सहयोगात्मक रूप से एक कार्य योजना विकसित करने के लिए सभी एनसीआर राज्यों की एक बैठक बुलाने का अनुरोध किया था.
भूपेंद्र यादव को लिखे पत्र में केजरीवाल के मंत्री ने कहा था कि दिल्ली सरकार ने सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन ये कदम तब तक प्रभावी नहीं होंगे जब तक कि हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्त्रोतों पर ध्यान नहीं देते. स्वतंत्र पर्यावरण विचारक संस्था 'सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट' (सीएसई) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 31 फीसदी वायू प्रदूषण राष्ट्रीय राजधानी के स्रोतों से उत्पन्न होता है, जबकि 69 फीसदी एनसीआर राज्यों में होने वाली धुंए जैसी एक्टिविटी से उत्पन्न होता है.
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NCR में लगे पटाखा और पराली जलाने पर प्रतिबंध
गोपाल राय ने इस बात पर जोर दिया कि एनसीआर राज्यों को पूरे क्षेत्र में पटाखों और पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना चाहिए और केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को चलने की अनुमति देनी चाहिए. दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण के प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए जनता का समर्थन मांगने के लिए शुक्रवार को एक दौड़ का आयोजन किया.
'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान की तैयारी
राय ने कहा कि दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने 'रन अगेंस्ट पॉल्यूशन' कार्यक्रम में भाग लिया और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, ट्रैफिक सिग्नल लाल होने पर वाहन के इंजन बंद करने और स्वच्छ वातावरण बनाए रखने का संकल्प लिया. सरकार शहर में वाहन प्रदूषण से निपटने के लिए 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान फिर से शुरू करने की योजना बना रही है. (इनपुट- भाषा)
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