डीएनए हिंदी: केरल के एर्नाकुलम में हुए ब्लास्ट के बाद एनआईए समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. यह ब्लास्ट हमास के पूर्व चीफ खालिद मेशाल के भाषण के करीब 12 घंटे बाद हुआ है. मलप्पुरम में फिलिस्तीन समर्थकों की एक रैली में खालिद ने भी भाषण दिया था. कन्वेंशन सेंटर में प्रार्थना सभा के दौरान यह ब्लास्ट हुआ है जिसमें करीब 2 हजार लोग शामिल थे. सूत्रों का कहना है कि एनआईए ने यहूदियों को निशाना बनाए जाने का अलर्ट पहले ही जारी किया था. ब्लास्ट के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने ब्लास्ट वाली जगह एनआईए और एनएसजी की टीम भेजने के निर्देश दिए हैं. दोनों जांच एजेंसियां मिलकर इस ब्लास्ट की सघन जांच करने वाली हैं. सूत्रों का कहना है कि ब्लास्ट के पीछे हमास के होने की भी जांच की जा सकती है.
सूत्रों का कहना है कि केरल ब्लास्ट के पीछे हमास के होने की आशंका से जांच एजेंसियां इनकार नहीं कर रही हैं. ब्लास्ट से कुछ घंटे पहले ही मल्लापुरम इलाके में पूर्व हमास प्रमुख का अरबी में भाषण हुआ था. यह फिलिस्तीन समर्थकों की रैली थी. जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एनआईए ने इसके लिए पहले भी आशंका जाहिर करते हुए अलर्ट जारी किया था. फिलहाल जांच टीमें इस आतंकी हमले की सघन जांच करने वाली हैं.
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गृहमंत्री ने सौंपी NIA को जांच
हादसे के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश के सीएम पी. विजयन से फोन पर बात की है. उन्होंने राज्य सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. बताया जा रहा है कि घटना की जांच के लिए एनआईए की टीम को भेज दिया है. कहा जा रहा है कि पूरी टीम अब घटना की सघन जांच करने और पूरी रिपोर्ट तैयार होने तक वहीं रहेगी. हमास कनेक्शन ही नहीं बल्कि हर एंगल से इसकी जांच की जाएगी. गृहमंत्री खुद मामले पर पूरी नजर रख रहे हैं और केरल के डीजीपी भी एर्नाकुलम पहुंच गए हैं.
खुफिया विभाग ने भी जारी किया था अलर्ट
खुफिया विभाग ने कुछ दिन पहले ही इजरायल-हमास जंग के बीच एक जरूरी अलर्ट जारी किया था. इस अलर्ट में राज्य सरकारों यहूदियों से संबंधित जगहों पर हमले की आशंका जाहिर की थी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी ISIS के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. दोनों आतंकियों ने मुंबई में यहूदियों के महत्वपूर्ण स्थलों की रेकी की बात कही थी. माना जा रहा है कि केरल ब्लास्ट के पीछे भी यहूदियों को निशाना बनाए जाना उद्देश्य हो सकता है.
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