पिछले साल 18 जून को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. अब उसके करीबी माने जाने वाले एक और खालिस्तानी आतंकवादी सतींदर पाल सिंह राजू पर अमेरिका के कैलिफोर्निया में गोलियों की बौछार कर दी गई है. इस हमले में उसकी जान बाल-बाल बच गई. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, 11 अगस्त को राजू किसी ट्रक से जा रहा था, उसी समय कुछ अनजान लोगों ने अचानक से उसकी गाड़ी पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
भारत को ठहराया जिम्मेदार
आपको बता दें कि सतींदर पाल सिंह राजू अलगाववादी सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का सदस्य भी है। राजू कुछ दिन पहले खालिस्तान पर जनमत संग्रह (रिफरेंडम) कराने में भी शामिल था. इस पूरे हमले की जानकारी, खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने दी है. उन्होंने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. पन्नू ने आगे कहा कि राजू अपने ट्रक से जा रहा था, उसी समय कुछ लोगों ने अचानक से गोलियां चलानी शुरू कर दीं. उन्होंने आगे कहा कि राजू की जान एक घातक हमले में बच गई.
जनमत संग्रहों में निभाई अहम भूमिका
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजू ने पिछले साल जून में सरे क्षेत्र में हुई निज्जर की हत्या के बाद, अक्टूबर तक वहां रहते हुए खालिस्तानी जनमत संग्रहों (रिफरेंडम) में एक अहम भूमिका निभाई थी.पन्नू का आरोप है कि भारत सरकार खालिस्तानी समर्थकों को कुचलने की कोशिश कर रही है. राजू पर हमला भी इसी उद्देश्य से किया गया था. इससे पहले 10 अगस्त को गुरु नानक सिख गुरुद्वारा के पूर्व अध्यक्ष रघबीर निज्जर के घर पर भी गोलीबारी हुई थी.
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ये मामले का बैकग्राउंडर
गौरतलब है कि पिछले साल निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच काफी तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई थी. निज्जर की हत्या के तीन महीने बाद अपनी संसद में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय एजेंटों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था. बाद में भारत ने इस आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद बता दिया था.आपको बता दें कि निज्जर हत्या मामले में कनाडा की जांच एजेंसियों ने 4 भारतीय लोगों को गिरफ्तार किया है, फिलहाल इन सबकी किसी तरह से भारतीय एजेंट होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
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