स्टूडेंट लाइफ से इमरजेंसी तक, BJP की जड़ें Bihar में जमाई थी Sushil Modi ने

Written By अनामिका मिश्रा | Updated: May 14, 2024, 07:13 AM IST

Sushil Modi Death: लोकसभा चुनावों के बीच भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का सोमवार को निधन हो गया. वह काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे.

लोकसभा चुनाव के बीच में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का निधन हो गया है. सुशील मोदी ने 3 अप्रैल को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया था कि वह कैंसर से जूझ रहे हैं. सोमवार को इलाज के दौरान दिल्ली में उनका निधन हो गया. बता दें कि सुशील कुमार मोदी भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और बिहार के तीसरे उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. इसके साथ ही वह बिहार के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं. वर्तमान में वह भारतीय जनता पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद थे.

पटना में जन्मे सुशील ने जेपी आंदोलन में छोड़ी थी पढ़ाई
सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को पटना में हुआ था. इनकी माता का नाम रत्ना देवी तथा पिता का नाम मोती लाल मोदी था. सुशील मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा पटना के सेंट माइकल स्कूल से पूरी करने के बाद बीएससी की डिग्री पटना के बीएन कॉलेज से हासिल की थी. बाद में उन्होंने इंदिरा गांधी की प्रशासनिक नीतियों के खिलाफ जेपी आंदोलन शुरू होने पर उसमें भाग लेने के लिए एमएससी बॉटनी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी. सुशील मोदी ने 1987 में जेस्सी जॉर्ज से शादी की थी. जेस्सी जॉर्ज मुंबई की रहने वाली हैं और ईसाई धर्म को मानती हैं. इनके दो बेटे हैं - उत्कर्ष ताथगेट और अक्षय अमृतांशु.  


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1990 में बने थे पहली बार विधायक

साल 1990 में सुशील मोदी ने पटना से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर पहली बार विधायक बने. उन्हें भाजपा ने बिहार विधानसभा में दल के मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी सौंपी. 1996 से 2004 तक वह राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. इसके बाद 2004 में वह भागलपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने. 2005 में बिहार चुनाव में, NDA सत्ता में आया तो सुशील मोदी को बिहार बीजेपी विधानमंडल दल के नेता के रूप में चुना गया. उन्होंने बाद में लोकसभा से इस्तीफा दे दिया और नीतीश कुमार की सरकार में बिहार के तीसरे उपमुख्यमंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाली. वह जून 2013 में जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच गठबंधन टूटने तक डिप्टी सीएम पद पर रहे. सुशील मोदी को जीएसटी काउंसिल एम्पावर्ड कमेटी का चेयरमैन भी बनाया गया था. हालांकि बाद में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था. 

लालू को चारा घोटाले में जेल भेजने में निभाई अहम भूमिका

लालू यादव को चारा घोटाले में जेल पहुंचाने में भी सुशील कुमार मोदी की अहम भूमिका थी. सुशील कुमार मोदी ने पटना हाईकोर्ट में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक याचिका डाली थी. इस याचिका के कारण ही चारा घोटाला सबके सामने उजागर हुआ था.  हालांकि लालू प्रसाद यादव ने उनकी मृत्यु पर दुख जताते हुए लिखा, "पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के समय यानि विगत 51-52 वर्षों से हमारे मित्र भाई सुशील मोदी के निधन का अति दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. वे एक जुझारू, समर्पित सामाजिक राजनीतिक व्यक्ति थे. ईश्वर दिवगंत आत्मा को चिरशांति तथा परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें."

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