Kolkata के R G Kar Medical College में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी से पूरे देश में गुस्से का माहौल है. डॉक्टर की Rape और फिर बेदर्दी से उसका Murder करने की घटना ने सभी को हिला दिया था. 9 अगस्त की इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल में डॉक्टर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और छात्र भी सड़क पर उतर चुके हैं. अब इस घटना के विरोध में एक अनूठे तरीके से विरोध जताया गया है. बुधवार को, Reclaim the Night Protest के तहत पूरा कोलकाता महानगर उस समय अंधेरे में डूब गया, जब कोलकाता के हजारों निवासियों ने रात 9 से 10 बजे तक एकसाथ अपने घरों की लाइटें बंदकर दीं.. इस Protest के दौरान Victoria Memorial और राजभवन जैसी मेजर बिल्डिंग्स की लाइटें भी बुझा दी गई थी. सैकड़ों डॉक्टरों ने candle march निकाला, जिसमें उन्होंने पीड़िता (victim) के लिए न्याय की मांग की है.
राजभवन में भी जलाई गई मोमबत्ती
इस protest की लीड ‘West Bengal Junior Doctors Front’ ने की है और इसे 'Let There Be Light, Let There Be Justice' का नाम दिया गया है. West Bengal Governor CV Ananda Bose ने भी राजभवन में मोमबत्ती जलाकर इस विरोध में हिस्सा लिया और मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, 'बस, अब बहुत हुआ.'
यह प्रदर्शन इससे पहले 14 अगस्त को हुए ‘रिक्लेम द नाइट’ आंदोलन से inspire था, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाई गई थी. इस घटना के बाद देशभर में विरोध तेज हो गया है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: J-K और Haryana में गठबंधन की राजनीति पर Congress का जोर, जानें इसके पीछे के सियासी समीकरण
क्या है ‘Reclaim the Night’?
‘रिक्लेम द नाइट’ आंदोलन की शुरुआत 1977 में जर्मनी में महिलाओं ने यौन उत्पीड़न (Sexual harassment)के खिलाफ की थी. Britain में भी इसी से inspiration लेकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था, जो बाद में एक वैश्विक आंदोलन (Global Movement) बन गया था. कोलकाता में भी इस घटना ने एक बार फिर लोगों को जागरूक किया और उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए आवाज उठाने का मौका दिया.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.