Kolkata Rape-Murder Case: मुख्य सचिव ने फिर जूनियर डॉक्टरों को लिखा पत्र, CM ममता ने शाम 5 बजे मिलने बुलाया

Written By रईश खान | Updated: Sep 12, 2024, 03:57 PM IST

Kolkata Doctor Rape Murder Case

Kolkata Doctor Rape-Murder Case: बंगाल सरकार ने सीएम ममता बनर्जी की मौजूदगी की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार कर लिया, लेकिन बातचीत का सीधा प्रसारण करने की मांग को खारिज कर दिया.

पश्चिम बंगाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले में विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है. कोलकाता में धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों को मनाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक बार फिर पत्र लिखा. मुख्य सचिव ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को आज शाम 5 बजे सीएम ममता बनर्जी के मिलने के लिए नबन्ना आने का अनुरोध किया.

मुख्य सचिव मनोज पंत ने पत्र में लिखा, 'राज्य में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिनिधियों से मिलने के लिए तैयार है’ लेकिन बैठक काम फिर से शुरू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित निर्देशों के विपरीत नहीं हो सकती. पत्र में कहा गया कि आम लोगों को उपचार और स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए सामान्य स्थिति की बहाली के लिए प्रस्तावित बैठक आज शाम 5 बजे नबन्ना के कॉन्फ्रेंस हॉल में होगी. बैठक में केवल 15 व्यक्तियों का प्रतिनिधि दल भाग लेगा, ताकि सुचारू चर्चा सुनिश्चित हो सके.'

सीधे प्रसारण की मांग खारिज
सरकार ने हालांकि बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार कर लिया, लेकिन बातचीत का सीधा प्रसारण करने और 15 के बजाए 30 सदस्यों को प्रतिनिधमंडल में शामिल करने की उनकी मांग को खारिज कर दिया.  बता दें कि जूनयिर डॉक्टर सॉल्ट लेक में राज्य स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य भवन के सामने पिछले 48 घंटों से धरना दे रहे हैं.

ममता सरकार ने पिछले दो दिन में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को यह तीसरा पत्र भेजा है. जिसमें से पिछले दो प्रस्तावों को वे खारिज कर चुके हैं और बैठक के लिए ठोस शर्ते रख रहे हैं. मुख्य सचिव ने अपने पत्र में लिखा, “बैठक का सीधा प्रसारण नहीं हो सकता. हालांकि पारदर्शिता बरकरार रखने के लिए मुलाकात को रिकॉर्ड किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें- Divorce Perfume: क्या है 'तलाक वाला परफ्यूम', जिसकी ओनर हैं दुबई की राजकुमारी, डिटेल में जानिए

इससे आपका उद्देश्य पूरा होगा, साथ ही कार्यवाही की शुचिता भी बनी रहेगी और यह सुनिश्चित होगा कि सभी चर्चाओं का सही ढंग से दस्तावेजीकरण किया गया है. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की ओर से फिलहाल पत्र पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.