Mamata Banerjee के साथ मीटिंग के लिए राजी हुए डॉक्टर, लेकिन रखी यह बड़ी शर्त

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Sep 16, 2024, 07:31 PM IST

ममता बनर्जी संग बातचीत से पहले डॉक्टर्स ने रखी ये शर्त

Kolkata Rape And Murder Case: कोलकाता रेप और मर्डर केस में जूनियर डॉक्टर सीएण ममता बनर्जी के साथ बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने इसके लिए कुछ शर्तें रखी हैं.

कोलकाता रेप और मर्डर केस (Kolkata Rape And Murder Case) के बाद से आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. सीएम ममता बनर्जी ने गतिरोध खत्म करने के लिए कई बार बातचीत का निमंत्रण दिया है. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने बातचीत के लिए सहमति दी है, लेकिन उन्होंने अपनी कुछ शर्तें भी रखी हैं. डॉक्टरों की डिमांड है कि सीएम के साथ बातचीत की लाइव स्ट्रीमिंग होनी चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को भी पद से हटाने की मांग की है. 

पुलिस कमिश्नर को हटाए जाने की मांग की
कोलकाता के प्रेस क्लब में पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट और ऑल नेशनल RDAs ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर का रेप और मर्डर (Kolkata Rape And Murder Case) की वारदात के बाद से जूनियर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टरों ने कहा कि इस केस में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. कोलकाता पुलिस कमिश्नर, डीसी नॉर्थ और डीसी सेंट्रल पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.


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जूनियर डॉक्टरों की सीएम ममता बनर्जी के साथ अब तक बातचीत नहीं हो सकी है. लगातार दो मीटिंग बिना किसी नतीजे के रही है. सीएम के साथ वार्ता के सवाल पर प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि हम चाहते हैं कि गतिरोध खत्म हो. हम पिछली बार बारिश में दो घंटे तक खड़े रहे थे, लेकिन वार्ता नहीं हो पाई थी. मुख्यमंत्री के साथ हमारी बातचीत की लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग होनी चाहिए. 

मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था में बदलाव की मांग की
इसके अलावा प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कहा कि हम अपनी मांगों पर टिके हुए हैं. सीसीटीवी फुटेज देने में देरी क्यों की गई और इतनी जल्दबाजी में पीड़िता का अंतिम संस्कार क्यों किया गया? इन सवालो का समुचित जवाब दिया जाना चाहिए. इसके अलावा, डॉक्टरों के संघ ने मेडिकल कॉलेज में छात्र संघ चुनाव कराए जाने की भी मांग की है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी आरोप लगाया गया है कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों को थीसिस जमा कराने से लेकर परीक्षा में फेल तक करने की धमकी दी जाती है. यह संस्कृति बंद होनी चाहिए.


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