कोलकाता रेप-मर्डर केस को लगभग दो महीने पूरे हो चुके हां, लेकिन अभी भी पीड़िता को न्याय नहीं मिला है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर्स का अमरण अनशन जारी है. वहीं, शनिवार को एक और जूनियर डॉक्टर की तबीयत खराब हो गई है. तबीयत बिगड़ते ही अनुस्तुप मुखर्जी को अस्पताल में भार्ती कराया गया है. बता दें, अनशन पर बैठे अब तक तीन डॉक्टरों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है.
जूनियर डॉक्टर की बिगड़ी तबीयत
एक डॉक्टर ने बताया कि अनशन स्थल पर उनके सहकर्मी की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी के अनुसार, अनुस्तुप मुखर्जी के मल से खून निकल रहा था और उनके पेट में काफी दर्द हो रहा था. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उनकी इस हालत के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है.
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इस्तीफे को बताया अवैध
वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार का कहना है कि सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा वैध नही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंद्योपाध्याय ने कहा, "जब तक कोई कर्मचारी सेवा नियमों के अनुसार नियोक्ता रूप से अपना इस्तीफा नहीं भेजता है, तब तक यह इस्तीफा पत्र नहीं है." उन्होंने बताया कि डॉक्टरों द्वारा भेजे गए पत्र पर सामूहिक हस्ताक्षर थे, जिनमें विशिष्ट मुद्दों को संबोधित नहीं किया गया था. वहीं, सरकार ने ये भी दावा किया है कि सरकारी अस्पताल में सेवाएं बाधित नहीं हुई हैं, क्योंकि वरिष्ठ डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं.
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