Kolkata Rape-Murder Case: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने सुप्रीम कोर्ट का खटखटाया दरवाजा, HC के फैसले को दी चुनौती

Written By रईश खान | Updated: Sep 04, 2024, 06:24 PM IST

sandip ghosh

Kolkata Doctor Rape-Murder Case: संदीप घोष ने आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले को भ्रष्टाचार के आरोप से जोड़ने वाली हाईकोर्ट की टिप्पणी को हटाने की मांग की.

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिसिंपल संदीप घोष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है. संदीप घोष ने याचिका में कहा कि हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार मामले की जांच CBI को सौंपने से पहले उनका पक्ष नहीं सुना. सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर 6 सितंबर को सुनवाई करेगा.

संदीप घोष ने आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले को भ्रष्टाचार के आरोप से जोड़ने वाली हाईकोर्ट की टिप्पणी को भी हटाने की मांग की. बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने 23 अगस्त को RG Kar अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच SIT से सीबीआई को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था. जिसके बाद पूर्व प्रिसिंपल संदीप घोष को 3 सितंबर को एंटी करप्शन यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया था.

सदीप घोष को 8 दिन की कस्टडी में भेजा गया है. वह 10 सितंबर तक पुलिस हिरासत में रहेंगे. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद हत्या के मामले में विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है.पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही. तीन सप्ताह से अधिक समय से जारी हड़ताल के कारण राज्य के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं.

दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग
डॉक्टरों का कहना कि न्याय की हमारी मांग अब भी अधूरी है. विरोध-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी बहन को इंसाफ नहीं मिल जाता और दोषियों को कड़ी सजा नहीं दे दी जाती. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी चिकित्सक कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं, लेकिन वह अभी तक पद पर बने हुए हैं.


यह भी पढ़ें- बेरोजगारी से राज्य के दर्जे तक, Rahul Gandhi ने पहली ही रैली में छू ली जम्मू-कश्मीर की नब्ज 


उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक महिला चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना की जांच के दौरान पर्याप्त कदम नहीं उठाए.

कलकत्ता हाईकोर्ट ने बाद में मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी थी. अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘हमारा मानना ​​है कि मामले में कई लोगों को बचाया जा रहा है और सच्चाई सामने आनी चाहिए.’ आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में 9 अगस्त को एक ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था. पुलिस ने इस मामले में अगले दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.