पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकात में ट्रेनी महिला डॉक्टर से बलात्कार के बाद हत्या के मामले में हंगामा बरपा है. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस मामले में पुलिस ने अभी तक एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया है, जबकि इस जघन्य कांड में और भी लोगों शामिल होने की संभावना है. रेडिडेंट डॉक्टरों के संगठन 'फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन' ने 12 अगस्त से पूरे देश में हड़ताल करने का ऐलान किया है. वहीं, ममता सरकार ने इस मामले में एक्शन लेते हुए मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट को हटा दिया है.
स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर संजय वशिष्ठ को हटाने का आदेश दिया है. वह लंबे समय से अधीक्षक थे. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि आरोपी संजय रॉय की गिरफ्तारी के पीछे किसी बड़ी बात को छिपाने की कोशिश हो रही है. हमें घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी फुटेज भी नहीं देखने दिया.
वहीं, पुलिस ने आरोपी का मोबाइल और ब्लूटूथ हेडफोन बरामद कर लिया है. फोन में एक अश्लील वीडियो मिला है. जिसे अहम सबूत माना जा रहा है. पुलिस ने संजय रॉय को शनिवार को गिरफ्तार किया था. उसे अस्पताल में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. आरोपी अब 23 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में रहेगा. उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया है.
मौत की सजा की मांग
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अपराथी को बख्शा नहीं जाएगा. केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने के निर्देश दिए गए हैं. आरोपी को मौत की सजा दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता परिवार को राज्य पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है तो वे सीबीआई से संपर्क कर सकते हैं. उनको इससे कोई आपत्ति नहीं है. वह सीबीआई जांच का भी समर्थन करेंगी. लेकिन बंगाल पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई कर रही है.
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टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बलात्कारियों और हत्यारों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह के भीतर सजा सुनाने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करने का आह्वान किया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें अनुकरणीय सजा मिले. उन्होंने बीजेपी नेताओं से प्रदर्शन के बजाय त्वरित न्याय के लिए केंद्र पर विधेयक पारित करने का दबाव डालने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस संसद में विरोधी दल होने के नाते इस विधेयक का समर्थन करेगी और इसे कांग्रेस तथा वामपंथी दलों का भी समर्थन मिल सकता है.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि ऐसे कानून से मुकदमे के लंबा खिंचने पर रोक लगेगी और यह सुनिश्चित करके करदाताओं का पैसा बचाया जाएगा कि बलात्कारी और हत्यारे समाज में न रहें. उन्होंने कहा, ‘बलात्कारी समाज में रहने लायक नहीं हैं और इन्हें या तो मुठभेड़ में मार गिराया जाना चाहिए या फिर फांसी पर लटकाया जाना चाहिए.’
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