Kota Suicide: मौत का स्टेटस डाल छत पर चढ़ा, लेकिन कोटा पुलिस की सूझबूझ ने बचाई जान

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Feb 11, 2024, 07:40 PM IST

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Kota Police Save Students Life: राजस्थान के कोटा में कई छात्रों के सुसाइड के बाद से प्रशासन और कोचिंग स्टाफ सतर्क हो गए हैं. पुलिस ने एक छात्र को खुदकुशी करने से बचा लिया है.

कोटा शहर में पिछले साल छात्रों की आत्महत्या की वजह से अक्सर ही खबरों में रहा है. इस बीच रविवार को यूपी और कोटा पुलिस की सूझबूझ से एक छात्र को आत्महत्या करने से बचा लिया है. दरअसल  वाराणसी के रहने वाले एक 19 साल के किशोर ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या करने जाने से जुड़ा पोस्ट डाला था. यूपी पुलिस ने तत्काल उस पोस्ट का संज्ञान लिया और कोटा पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद पुलिस समय रहते पहुंच गई और स्टूडेंट को समय रहते बचा लिया गया. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही इस छात्र के एक दोस्त ने सुसाइड किया था जिसके बाद से वह डिप्रेशन में रहने लगा था. 

कोटा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की तत्परता से समय रहते इस किशोर को बचा लिया गया. पुलिस के मुताबिक, छात्र की काउंसलिंग भी कराई जा रही है और वाराणसी में उसके परिवार को सूचना दी गई है. वह कोचिंग के लिए 10 दिन पहले ही कोटा आया था, लेकिन पिछले कुछ वक्त से अवसाद में था. अपने दोस्त की आत्महत्या की वजह से वह काफी परेशान रहने लगा था. उसने उसी पैटर्न पर अपनी जान लेने की भी कोशिश की थी, लेकिन समय रहते पुलिस पहुंच गई.

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इंस्टाग्राम पर डाला था मौत का स्टेट्स
कोटा पुलिस ने बताया कि कोटा के छात्र ने अपने दोस्त के पैटर्न पर ही आत्महत्या करने की कोशिश की थी. उसने अपने इंस्टाग्राम पर मौत का स्टेटस डाला था और फिर अपार्टमेंट की छत पच चढ़कर लाइव वीडियो करने लगा. हालांकि, यूपी पुलिस ने पोस्ट पर संज्ञान लिया था और कोटा पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद छात्र कोई घातक कदम उठाता उससे पहले उसे बचा लिया. बताया जा रहा है कि वह अकेलेपन, डिप्रेशन और कई दूसरी मानसिक परेशानियों से गुजर रहा था.

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2023 में 29 छात्रों ने की थी कोटा में आत्महत्या 
कोटा में आईआईटी और मेडिकल की कोचिंग करने के लिए देश भर से हजारों छात्र पहुंचते हैं. हालांकि, बहुत से बच्चे परीक्षा, पढ़ाई और कंपीटिशन का दबाव नहीं झेल पाते हैं. पिछले साल ही इस शहर में 29 बच्चों ने आत्महत्या की है. गहलोत सरकार ने बच्चों की आत्महत्या की घटनाओं को देखते हुए कोचिंग संचालकों से काउंसलर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था. 

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