डीएनए हिंदी: राजस्थान के कोटा में छात्रों की आत्महत्या का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है. रविवार को 1 दिन में दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया. राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहे दो छात्रों की आत्महत्या के बाद कोटा में हड़कंप मच गया. परीक्षा देकर लौटे छात्रों के सुसाइड करने के बाद जिला प्रशासन ने कोचिंग सेंटर को 2 महीने तक टेस्ट ना लेने के निर्देश दिए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोटा में रहकर तैयारी कर रहे 17 साल के अविष्कार संभाजी कासले ने अपने कोचिंग सेंटर में टेस्ट देने के बाद छठी मंजिल से छलांग लगा दी. घटना की सूचना मिलते ही संस्थान के कर्मचारी छात्र को अस्पताल लेकर जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. इस घटना के चार घंटे बाद ही 18 साल के आदर्श राज नाम के भी छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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24 घंटे के अंदर दो छात्रों ने की आत्महत्या
पुलिस ने बताया कि आदर्श प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. उसने रविवार की शाम करीब 7 बजे अपने फ्लैट में फांसी लगा ली. जब आदर्श की बहन और उसका चचेरा भाई कुछ देर बाद पहुंचा तो देखा कमरे का गेट बंद है. काफी आवाज देने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो गेट को तोड़ दिया गया. कमरे में घुसते ही देखा कि आदर्श फांसी के फंदे पर लटका हुआ था. आदर्श के भाई का कहना है कि जब उसे फांसी के फंदे से उतर गया तो वह सांस ले रहा था लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया.
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जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों को दिए ऐसे निर्देश
इन दोनों घटनाओं के बाद कोटा प्रशासन ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया है. जिला कलेक्टर की ओर से जारी किए गए पत्र में फैसला लिया गया कि कोचिंग सेंटरों पर होने वाले टेस्ट 2 महीने तक के लिए रोक दिए गए हैं. कोटा में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऐसा फैसला लिया है. जानकारी के लिए बता दें कि इन दोनों आत्महत्या के बाद इस साल अब तक खुदकुशी करने वाले छात्रों की कुल संख्या 24 हो गई है.
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