डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में एक और चीता की मौत (Cheetah Death) हो गई है. नामीबिया से आए चीता 'शौर्य' ने दम तोड़ दिया है. अब तक कुल 10 चीतों की मौत हो चुकी है. इनमें 7 चीता और कूनो नेशनल पार्क में जन्मे तीन शावक शामिल हैं. अभी तक चीता शौर्य की मौत का पता नहीं चल सका है. वन विभाग के अधिकारी उसकी मौत की जांच में जुटे हैं.
पिछले कुछ समय में चीता प्रोजेक्ट को एक के बाद एक झटके लगे हैं. अधिकारियों ने बताया कि चीता शौर्य ने 16 जनवरी को दोपहर 3 बजकर 17 मिनट पर दम तोड़ दिया. निगरानी टीम को वह सुबह अचेत पाया गया था. इसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया लेकिन कुछ घंटे बाद उसकी मौत हो गई. अधिकारियों ने कहा कि चीते की असमायिक मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा.
कूनो नेशनल पार्क में अब कितने चीते बचे?
शौर्य की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल 14 रह गए हैं. इनमें चार शावक शामिल हैं. तीन हफ्ते पहले ही नामीबिया से लाई गई माता चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था. इससे पहले मार्च 2023 में एक और मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था लेकिन कुछ ही समय में इनमें से तीन शावकों की मौत हो गई थी.
ये भी पढ़ें- स्नान और गोदान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की पूजा शुरू, 22 तक होंगे ये अनुष्ठान
गौरतलब है कि चीता प्रोजेक्ट के तहत भारत ने नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीता मंगवाए थे. जिन्हें मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. इनमें से 7 चीता और 3 शावकों समेत 10 की अब तक मौत हो चुकी है. सबसे पहले 26 मार्च 2023 को नामीबिया से आई मादा चीता साशा ने सबसे पहले दम तोड़ा था. इसके बाद 23 अप्रैल को नर चीता उदय और जुलाई में चीता तेजस की मौत हुई थी. इसके बाद यह सिलसिला जारी है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.