Lakhimpur Case: मां के सामने नाबालिग बेटियों को खींचकर ले गए दरिंदे, ADG प्रशांत कुमार ने जांच के लिए भेजी टीम

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 15, 2022, 10:06 AM IST

Lakhimpur Case मामले में मां का बयान सामने आया है. मां ने आरोपियों से बच्चियों को बचाने की कोशिश की थी लेकिन आरोपियों ने उनके साथ भी जबरदस्ती की.

डीएनए हिंदी: लखीमपुर खीरी जिले से एक भयावह खबर सामने आई है जहां निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित जाति की दो नाबालिग सगी बहनों के शव  लटके मिले. इस घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. इस मामले में मृत बहनों की पीड़ित मां का कहना है कि पड़ोसी समेत अन्य लोग उनकी बेटियों को जबरदस्ती उठा कर ले गए थे और जब उन्होंने इन आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश की तो आरोपियों ने मां को जोर से धक्का दे दिया. 

गुस्साई भीड़ ने किया हंगामा

इस घटना से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सदर चौराहे पर जाम लगा दिया. वहीं देर शाम आईजी लक्ष्मी सिंह ने आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया. वहीं सभावनाएं यह भी हैं कि ये तीनों ही आरोपी किसी किसी अन्य समुदाय के है. दोनों नाबालिगों की मां ने बताया है कि उनकी दोनों नाबालिग बेटियां घर के बाहर लगी मशीन पर चारा काटने गईं थीं और उस दौरान ही यह वारदात हुई थी. 

परिजनों का हाल-बेहाल

मां ने बताया है कि शाम करीब पांच बजे पड़ोसी गांव के तीन युवक बाइक पर सवार होकर आए और दोनों को जबरन बाइक पर बैठाकर भागने लगे. जब पीड़ित मां ने शोर मचाते हुए बाइक सवारों का पीछा किया तो वे उन्हें धक्का देकर भाग गए. इसके बाद लोगों ने तलाश शुरु की तो दो घंटे बाद उनके शव पेड़ से लटके मिले. इस घटना के बाद बच्चियों के माता पिता की हालत खराब हो गई और वे बिलख-बिलख कर रोए जा रहे हैं.

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घर के सामने से निकलते थे आरोपी 

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक बच्चियों की मां ने बताया है कि तीन लोग उनकी बेटियों को जबरदस्ती उठा कर ले गए थे और मां का आरोप था कि वे पास के दूसरे गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया है कि ये तीनों आरोपी घर के आस पास चक्कर लगाया करते थे और वही से निकलते थे. मां बाप समेत मृतक बच्चियों के परिजनों को इस बात का बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा है कि जिन लोगों को वे रोजाना अपने घर के बाहर से निकलता देखते थे वे ही उनकी बच्चियों के कातिल निकलेंगे. 

प्रशासन ले रहा है सख्त एक्शन

इस मामले में आईजी लक्ष्मी सिंह का बयान सामने आया है. उन्होने कहा है कि हमारा प्रयास जल्द परिजनों को न्याय मिले. इस घटना का वीडियोग्राफी के जरिए पोस्टमार्टम कराया जाएगा जिससे सभी चीजें साफ हो सके. अहम बात यह भी है कि इस घटना में चोट का कोई निशान नहीं मिला है. लखीमपुर खीरी के अतिरिक्त एसपी अरुण कुमार सिंह ने दो लड़कियों के पेड़ से लटके मिलने के बाद कहा है कि मामले में चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. पूछताछ की जा रही है.

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मायावती ने बोला हमला

इस घटना पर अब राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावाती ने ट्वीट कर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, "लखीमपुर खीरी में माँ के सामने दो दलित बेटियों का अपहरण व दुष्कर्म के बाद उनके शव पेड़ से लटकाने की हृदय विदारक घटना सर्वत्र चर्चाओं में है, क्योंकि ऐसी दुःखद व शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम। यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत है."

मायावती ने कहा, "यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था व महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की जबर्दस्त पोल खोलती है. हाथरस सहित ऐसे जघन्य अपराधों के मामलों में ज्यादातर लीपापोती होने से ही अपराधी बेखौफ हैं. यूपी सरकार अपनी नीति कार्यप्रणाली व प्राथमिकताओं में आवश्यक सुधार करे.

लखीमपुर खीरी की इस घटना की गूंज लखनऊ तक पहुंची है. मामले का एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने संज्ञान लिया है और इसकी जांच के लिए एक उच्च अधिकारियों की टीम भी लखीमपुर भेज दी है. जानकारी के मुताबिक बच्चियों के शव का पोर्टमार्टम आईजी लक्ष्मी सिंह की मौजूदगी में ही होगा. 

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