उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक रोंगटे खड़े कर दने वाली घटना सामने आई है. यहां पर 20 सितंबर को हैवानियत का शिकार हुई 14 बर्षीय लड़की की शनिवार सुबह लखनऊ के एक अस्पताल में मौत हो गई. पुलिस ने जानकारी दी है कि कई दिनों तक ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण बच्ची की हालत खराब हो गई थी.
सामाजिक कलंक का डर बना काल
लेकिन आखिर ऐसा हुआ क्यों, दरअसल नाबालिग बच्ची के परिवार ने उसे सामाजिक कलंक के डर से करीब 11 दिनों तक अस्पताल में भर्ती ही नहीं करवाया और न ही इस घटना की पुलिस को सूचना दी. इसी कारण बच्ची की हालात और भी बिगड़ती गई. अंत में जब उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया तो पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई.
पोक्सो अधिनियम के तहत केस दर्ज
एएसपी खीरी पवन गौतम ने बताया कि इस मामले की शिकायत 1 अक्टूबर को की गई थी. शिकायत के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण अरशद अली (20) के खिलाफ रेप और पोक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस की टीम इस मामले की जांच में जुटी हुई है.
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रिश्तेदार से मिलने गई थी लड़की
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की घटना वाले दिन नाबालिग लड़की अपने एक रिश्तेदार से मिलने गई थी. घर लौटते समय अरशद अली ने उसे एक सुनसान जगह पर पकड़ लिया. चाकू की नोक पर धमकाकर उसके साथ रेप किया. पुलिस का कहना है कि जल्द-जल्द अपराधी को पकड़ लिया जाएगा.
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