डीएनए हिंदी: दिल्ली (Delhi) में उपराज्यपाल कोई भी रहा हो, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के साथ किसी की पटरी नहीं बैठ पाई है. अब एक बार फिर दिल्ली की राजनीति में मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच टकराव शुरू हो गया है. टकराव का नया कारण बना है सिंगापुर (Singapore) में होने वाला एक कार्यक्रम, जिसमें शामिल होने के लिए केजरीवाल वहां जाने वाले थे.
उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना (VK Saxena) ने मुख्यमंत्री के इस दौरे का प्रस्ताव खारिज कर दिया है, लेकिन केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि वे इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अब सीधे केंद्रीय विदेश मंत्रालय से मंजूरी मांगेंगे.
क्या आयोजन है सिंगापुर में
दरअसल सिंगापुर में वर्ल्ड सिटी समिट (World Cities Summit) का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन सिंगापुर के सैंड्स एक्सपो एंड कन्वेंशन सेंटर में 31 जुलाई से 3 अगस्त तक चलेगा, जिसका एजेंडा लाइवेबल एंड सस्टेनेबल सिटीज: एमर्जिंग स्ट्रॉन्गर रखा गया है. इसमें ज्यादातर देशों के प्रमुख शहरों के मेयर (Mayor) और रेटिंग व क्रेडिट एजेंसियों के आला अधिकारी शामिल हो रहे हैं.
दिल्ली को भी दिया है सिंगापुर सरकार ने आमंत्रण
इस आयोजन में भाग लेने के लिए दिल्ली प्रशासन को भी आमंत्रण मिला है. सिंगापुर के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह आमंत्रण पत्र सिमोन वांग ने सौंपा है, जो भारत में सिंगापुर के हाईकमिश्नर हैं. केजरीवाल ने खुद इसकी जानकारी एक ट्वीट के जरिये 1 जून को सभी के साथ साझा की थी और सिंगापुर सरकार को धन्यवाद भी कहा था. केजरीवाल ने इस आयोजन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के कार्यालय को पत्र भेजकर अनुमति मांगी थी.
LG बोले- यह मेयर के स्तर का आयोजन है
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने केजरीवाल के सिंगापुर जाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. PTI रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी गई. अधिकारियों के मुताबिक, LG ने यह कहकर प्रस्ताव खारिज किया है कि यह मेयर स्तर का प्रोग्राम है, इसलिए मुख्यमंत्री को इसमें नहीं जाना चाहिए.
बता दें कि दिल्ली नगर निगम में भाजपा का मेयर है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने भी कहा कि LG ने सीएम केजरीवाल को सिंगापुर नहीं जाने की सलाह दी है, जोकि पूरी तरह से राजनीतिपूर्ण है. हम अब इसके लिए विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगेंगे.
केजरीवाल बोले- LG की बात से हम सहमत नहीं
केजरीवाल ने LG के सुझाव को दरकिनार करते हुए पलटवार किया है। सीएम ने एलजी को लिखे खत में कहा है कि वे उनके सुझाव से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. लिहाजा वे सिंगापुर जाने के लिए विदेश मंत्रालय की जरूरी अनुमति लेने के लिए सीधे केंद्र सरकार से बात करेंगे.
विदेश मंत्रालय का भी आया बयान
विदेश मंत्रालय ने भी इस सारे विवाद पर स्थिति स्पष्ट की है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हमने इस तरह के पॉलीटिक्ल क्लियरेंस लेने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है, जिस पर (केजरीवाल की तरफ से) आज ही एंट्री की गई है.
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