डीएनए हिंदी: पिछले साल गुरुग्राम (Gurugram) के एक निजी अस्पताल में गोएयर (GoAIR) एयरलाइंस की एयरहोस्टेस की मौत के मामले में CBI ने FIR दर्ज कर ली है. CBI ने अपनी FIR में नगालैंड (Nagaland) की एयरहोस्टेस रोसी संगमा (Rosy Sangma) की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को कारण बताया है. CBI के मुताबिक, एयर होस्टेस (Air hostess) गाइनिक प्रॉब्लम (स्त्री रोग से जुड़ी समस्या) से पीड़ित थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसका इलाज एक डेंटिस्ट से करा दिया.
CBI ने इस मामले में अल्फा हेल्थ केयर हॉस्पिटल (Alfa Health Care Hospital) के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अनुज बिश्नोई (Dr Anuj Bisnoi) और डेंटिस्ट डॉ. अंजलि अश्क (Dr Anjali Ashk) को लापरवाही का दोषी माना है. दोनों के खिलाफ IPC की धारा 304 (लापरवाही से मौत) का मुकदमा दर्ज किया गया है. यह FIR इस मामले में करीब एक साल लंबी जांच करने के बाद दर्ज की गई है.
रोसी और उसके भतीजे की हुई थी रहस्यमय मौत
रोसी संगमा की मौत पिछले साल 24 जून को अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी. CBI ने पिछले साल केंद्र सरकार के आग्रह पर रोसी और उसके भतीजे सैम्युअल (Samuel) की रहस्यमयी मौत की जांच शुरू की थी. दोनों नगालैंड के दीमापुर (Dimapur) के रहने वाले थे. उनकी मौत की शिकायत सांसद अगाथा संगमा (Agatha Sangma) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से की थी. इसके बाद गृह मंत्रालय ने CBI को जांच का आदेश दिया था. रोसी के परिजनों का आरोप था कि दोनों की मौत अस्पताल की लापरवाही से हुई है.
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जांच के बाद क्या लिखा गया FIR में
CBI अधिकारियों ने करीब एक साल तक मामले की हर पहलू से जांच की. इसके बाद दर्ज FIR में लिखा गया है कि हॉस्पिटल और उसके डॉक्टरों ने घोर लापरवाही दिखाई, जो इस फैक्ट से स्पष्ट है कि "गंभीर हालत वाली मरीज के यौन अंग से बह रहे खून का इलाज एक डेंटिस्ट ने किया, जो इस काम के लिए किसी भी एंगल से क्वालिफाई नहीं थी."
CBI के मुताबिक, जांच में सामने आया कि 23 जून, 2021 को रोसी संगमा को 8 से 10 बार लूज मोशन होने के कारण दोनों हाथ और दाएं पैर में भयंकर दर्द हो रहा था. साथ ही मासिक धर्म के कारण उसका सामान्य से बेहद ज्यादा खून बह रहा था. उसके दो भाइयों और भतीजे सैम्युअल ने उसे गुरुग्राम के सेक्टर-10, बसई रोड (Basai Road) स्थित अल्फा हेल्थ केयर हॉस्पिटल में 24 जून की सुबह 6 बजे भर्ती कराया था.
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Dentist Doctor ने दी थी Gynecologist बुलाने की सलाह
FIR में आगे कहा गया है कि अस्पताल में डॉ. अंजलि अश्क ने डेंटिस्ट (dentist) होने के कारण गाइनिकोलॉजी इश्यूज (gynaecology issues) की कोई जानकारी नहीं होने के बावजूद रोसी संगमा का इलाज किया. अपने असेसमेंट नोट में अश्क ने लिखा कि रोसी को चार यूनिट खून चढ़ाना चाहिए और एक गाइनिकोलॉजिस्ट (gynecologist) की सलाह ली जानी चाहिए.
अस्पताल ने 6 घंटे तक नहीं बुलाया Gynecologist
FIR के मुताबिक, अस्पताल प्रबंधन ने 6 घंटे तक किसी gynecologist को नहीं बुलाया. CCTV फुटेज के हिसाब से मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अनुज बिश्नोई पहली बार 24 जून के सुबह 10.26 बजे अस्पताल पहुंचे थे, जबकि उन्हें सुबह 6 बजे ही अस्पताल में एक बेहद गंभीर मरीज भर्ती होने की जिम्मेदारी दे दी गई थी.
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पुलिस को दी गई झूठी जानकारी
अनुज बिश्नोई ने दोपहर करीब 12.30 बजे बिजवासन (Bijwasan) पुलिस स्टेशन के SHO को एक लेटर भेजा, जिसमें उन्हें रोसी संगमा की मौत की जानकारी दी गई. डॉ. अनुज ने असली तथ्य छिपाते हुए पुलिस को बताया कि गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराई मरीज की मौत हो गई है, जिसे जहर दिए जाने या कोई अन्य फाउल प्ले किए जाने की संभावना है. पुलिस को बताया गया कि रोसी संगमा को गंभीर हालत में ICU में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसने इलाज के दौरान कोई रिस्पॉन्ड नहीं किया.
डॉ. अनुज ने रोसी संगमा का एक डिस्चार्ड कार्ड भी तैयार किया, जिसमें जहर या अन्य किसी फाउल प्ले का संदिग्ध मामला होने की आशंका जताते हुए हायर सेंटर रेफर करने की जानकारी दी गई, लेकिन असल में उसे आगे इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल या अन्य हायर सेंटर रेफर ही नहीं किया गया.
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