Delhi Excise Policy Scam: सीबीआई चार्जशीट में 7 आरोपी, सिसोदिया का नाम गायब, आप ने भाजपा को घेरा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 25, 2022, 07:37 PM IST

मनीष सिसोदिया

Manish Sisodia के घर पर दिल्ली शराब घोटाले को लेकर CBI ने छापा भी मारा था. अब चार्जशीट में नाम नहीं होने पर सिसोदिया ने LG से इस्तीफा मांगा है.

डीएनए हिंदी: दिल्ली शराब नीति घोटाले (Delhi Excise Policy Scam) की जांच कर रही CBI ने शुक्रवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. सीबीआई ने चार्जशीट में दिल्ली सरकार के दो आबकारी अधिकारियों समेत कुल 7 लोगों को आरोपी बनाया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया (Manish Sisodia) का नाम इस लिस्ट में गायब है, जबकि जांच एजेंसी ने उन्हें कई बार पूछताछ के लिए तलब करने के अलावा आरोपियों से कथित संबंधों के चलते उनके घर पर छापा भी मारा था. चार्जशीट में मनीष का नाम नहीं होने के बाद इस मामले में एक बार फिर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. एकतरफ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए भाजपा को घेरा है, वहीं सिसोदिया ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Delhi Lieutenant Governor VK Saxena) और चीफ सेक्रेट्री से इस्तीफा देने की मांग की है.

पढ़ें- Bisleri: कैसे पानी बेचकर बनी 7000 करोड़ की कंपनी, पढ़ें A टू Z पूरा इतिहास

अनियमितताओं के आरोपी बनाए गए हैं आरोपी

किसी भी मामले में जांच एजेंसी को जांच शुरू करने के 60 दिन के अंदर प्राइमरी चार्जशीट दाखिल करनी होती है. सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (Central Bureau of Investigation) ने शुक्रवार को ऑफिशियल प्रेस रिलीज में चार्जशीट दाखिल करने की जानकारी दी. CBI ने बताया कि दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस (Delhi excise policy case) में 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें दो लोग दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Territory of Delhi ) के अधिकारी हैं. इन दोनों अधिकारियों और अन्य 5 लोगों को एक्साइज पॉलिसी बनाने और लागू करने में कथित अनियमितताओं का आरोपी बनाया गया है.

पढ़ें- Shraddha Murder Case: फरीदाबाद पुलिस को सूटकेस में मिले बॉडी पार्ट्स, श्रद्धा की लाश के शक में शुरू की जांच

चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

इन आरोपियों में विजय नायर (Vijay Nair), अभिषेक बोइनपल्ली (Abhishek Boinpally), अरुण आर. पिल्लै (Arun R. Pillai), मुथा गौतम (Mootha Gautham), समीर महेंद्रू (Sameer Mahendru) के अलावा तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर एक्साइज कुलदीप सिंह (Kuldeep Singh, the then Dy. Commissioner, Excise) और तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर एक्साइज नरेंद्र सिंह (Narender Singh, the then Asst. Commissioner, Excise) शामिल हैं. सीबीआई ने स्पष्ट किया है कि जांच के दायरे में अधिकारियों की भूमिका, लाइसेंस बांटने में व्यापक साजिश और राष्ट्रीय राजधानी में मनी ट्रेल कार्टेल को रखा गया था. इन सभी के खिलाफ IPC की धारा 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिश्वतखोरी के आरोप लगाए गए हैं.

पढ़ें- 2002 Gujarat riots: अमित शाह ने कहा- उपद्रवियों को सबक सिखाने के बाद गुजरात में आई शांति

चार्जशीट सामने आने पर आप नेता क्या बोले

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal): मनीष सिसोदिया का नाम सीबीआई चार्जशीट में नहीं है. झूठे एक्साइज पॉलिसी केस में फंसाकर उनका नाम बदनाम करने का प्रयास किया गया.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया: भाजपा ने शराब घोटाले की कहानी बनाकर CBI से मेरे आवास पर छापा लगवाया. चार्जशीट से साफ है कि मुझे झूठा बदनाम किया गया. LG-CS के जरिये भाजपा ने दिल्ली सरकार के खिलाफ झूठी रिपोर्ट बनाई. CBI ने क्लीन चिट दे दी है तो क्या LG और CS को पद से हटाना नहीं चाहिए?

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Manish Sisodia Deputy CM Manish Sisodia Delhi Excise Policy Scam CBI Chargesheet