डीएनए हिंदी: दिल्ली में प्रदूषण घटाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने एक नई योजना बनाई है. इस योजना के तहत राष्ट्रीय राजधानी की प्रमुख सड़कों के किनारे फुटपाथ पर 5,000 से ज्यादा कर्बसाइड (Kerbside) इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग पॉइंट्स (EV Charger) लगाए जाएंगे.
एक अधिकारी ने सोमवार को इस योजना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस योजना के जरिए सरकार की योजना दिल्ली की सड़कों पर प्रियॉरिटी सेगमेंट व्हीकल्स कैटेगरी में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना है. इस कैटेगरी में दोपहिया और तिपहिया वाहन आते हैं, जिनका सीधे आम जनता से संबंध होता है.
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तीन साल में इंस्टॉल हो जाएंगे सभी चार्जिंग पॉइंट्स
डायलॉग एंड डवलपमेंट कमीशन ऑफ दिल्ली (Dialogue and Development Commission of Delhi) की उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह ने नेशनल कैपिटल में कर्बसाइड चार्जिंग पॉइंट्स (Kerb-side charging Points) इंस्टॉल करने को लेकर एक मीटिंग की है. अधिकारियों के मुताबिक, इस मीटिंग में अगले तीन साल के दौरान 5,000 चार्जिंग पॉइंट्स इंस्टॉल कर देने की बात तय की गई है.
बता दें कि पिछले महीने ही दिल्ली सरकार ने नेशनल कैपिटल में चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 3 ईयर एक्शन प्लॉन लान्च किया था. इसके तहत 18,000 चार्जिंग पॉइंट्स लगाए जाने का टारगेट तय किया गया था. इनमें से ही 5,000 चार्जिंग पॉइंट्स कर्बसाइड चार्जिंग के लिए डैडीकेट किए जाएंगे.
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क्या होती है कर्बसाइड चार्जिंग
- पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कर्बसाइड चार्जिंग पॉइंट्स लग रहे हैं.
- ये वे चार्जिंग पॉइंट्स होते हैं, जिनसे सड़क किनारे पार्क वाहन चार्ज हो सकता है.
- ये पॉइंट्स फुटपाथ पर स्ट्रीट लाइट पोल या डैडीकेटिड चार्जिंग पोल्स पर लगे होते हैं.
दिल्ली में है कर्बसाइड चार्जिंग के लिए भरपूर इंफ्रास्ट्रक्चर
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में नगर निगम और बिजली विभाग की तरफ से लगे इलेक्ट्रिक पोल्स व लैंप पोस्ट्स का पहले सी ही बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है. इसे कर्बसाइड चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का टारगेट हासिल करने में मददगार माना जा रहा है. DDCD की मीटिंग में तय किया गया कि कर्बसाइड चार्जिंग पहले से मौजूद लैंप पोस्ट्स और सबस्टेशन (बिजलीघर) की के बाहर की जगह या ऑनसाइट पार्किंग साइट्स के करीब इंस्टॉल किए जाएंगे.
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पहले 100 चार्जर्स के साथ शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
मीटिंग में तय किया गया कि चार्जिंग पॉइंट्स इंस्टॉलेशन की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की जाएगी. इसके लिए शुरुआत में 100 कर्बसाइड चार्जर तीनों डिस्कॉम (Discom) में बराबर संख्या में इंस्टॉल किए जाएंगे. अधिकारियों ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट को डीडीसी (DDC) डिजाइन करेगी, जबकि डिस्कॉम पीडब्ल्यूडी सड़कों पर चार्जर लगाने का बीड़ा उठाएगी. इसके लिए डिस्कॉम ही वे जगह चुनेगी, जहां 100 EV Chargers लगाए जा सकते हैं. इससे खासतौर पर उन रेजीडेंशियल कॉलोनियों में लाभ मिलेगा, जहां अलग से चार्जिंग पॉइंट्स लगाना व्हीकल ऑनर्स के लिए सिरदर्दी का विषय है.
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1,400 किलोमीटर की है राजधानी में PWD सड़क
बता दें कि दिल्ली में PWD की 1,400 किलोमीटर लंबी सड़कें हैं, जिन पर करीब 1,00,000 लैंप पोस्ट्स लगे हुए हैं. पायलट प्रोजेक्ट के बाद पूरी दिल्ली में चार्जिंग पॉइंट्स इंस्टॉल करने की शुरुआत की जाएगी. इस पूरे अभियान की नोडल एजेंसी दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड (DTL) को बनाया गया है. साथ ही स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का EV सेल भी इसमें सहयोगी होगा.
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