E-nuggets केस में ED न फ्रीज किए 77 बिटकॉइन, कीमत है 12 करोड़ रुपये, Gaming App की मनी लॉन्ड्रिंग पर वार

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 28, 2022, 04:51 PM IST

इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय ने इसी मामले में आरोपी आमिर खान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करीब 17 करोड़ रुपये जब्त किए थे.

डीएनए हिंदी: देश में बिना कोई टैक्स चुकाए बड़े पैमाने पर पैसा बटोर रहीं मोबाइल गेमिंग ऐप्स (Mobile Gaming Apps) पर शिकंजा कसा जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को गेमिंग ऐप ई-नगेट्स (E-nuggets) से  जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 12.83 करोड़ रुपये के 77.62710139 बिटकॉइन (Bitcoin) जब्त कर लिए. आमिर खान नाम के एक व्यक्ति और एक अन्य के क्रिप्टो अकाउंट्स में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पर यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत की गई है. आमिर खान कोलकाता का रहने वाला है और उसने ही ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग ऐप शुरू की थी. उस पर आरोप है कि उसने इस मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दिया है. 

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आमिर के घर से पहले मिले थे 17 करोड़ रुपये

आमिर के खिलाफ ED पिछले कुछ समय से छानबीन कर रही थी. इसी दौरान उसके कोलकाता स्थित घर पर छापा मारा गया था, जहां से 17.32 करोड़ रुपये की रकम जब्त की गई थी. इस कार्रवाई के बाद ED ने आमिर को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने 24 सितंबर को उसे 14 दिन के पुलिस रिमांड पर दिया था. पूछताछ के दौरान उससे मिली जानकारी के आधार पर ही बुधवार को बिटकॉइन्स जब्त करने की कार्रवाई की गई है.

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ग्राहकों के पैसे चुराने का है आमिर पर आरोप

आरोप है कि आमिर ने ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन की शुरुआत लोगों को ठगने के लिए की थी. ED अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआत में उसने इस मोबाइल ऐप पर जीतने वालों को पैसा दिया, लेकिन बड़ी रकम जमा हो जाने के बाद उसने इस रकम को अचानक अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया. साथ ही ऐप सर्वर से लोगों के प्रोफाइल की जानकारी समेत पूरा डाटा मिटा दिया. इससे लोग अपनी रकम को क्लेम नहीं कर पाए.

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कोलकाता में दर्ज FIR के आधार पर शुरू हुई थी ED जांच

ED ने 15 फरवरी, 2021 को दर्ज एक FIR के आधार पर जांच शुरू की थी. यह FIR आमिर खान व कई अन्य के खिलाफ कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में IPC की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई थी. इस FIR को फेडरल बैंक अथॉरिटीज की तरफ से कलकत्ता चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में की गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था.

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क्रिप्टो एक्सचेंज पर नकली अकाउंट बनाकर विदेश भेजी रकम

जांच में सामने आया कि आरोपी आमिर ने ई-नगेट्स के जरिए कमाई गई इस रकम का एक बड़ा हिस्सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए विदेश में ट्रांसफर कर दिया है. ED अधिकारियों के मुताबिक, इसके लिए वजीरएक्स (WazirX) क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर पिक्सल डिजाइन की सिमा नास्कर के नाम से एक नकली अकाउंट खुलवाया गया. इसके जरिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीद की गई. इसके बाद उसने यह क्रिप्टोकरेंसी एक अन्य क्रिप्टो एक्सचेंज बिनान्स (Binance) पर ट्रांसफर कर दिया.

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