Bengal Coal Smuggling Scam में ED के निशाने पर 8 IPS और 5 IAS, सभी 21 से 31 अगस्त के बीच दिल्ली तलब

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 12, 2022, 04:24 PM IST

बंगाल कोयला खनन व तस्करी मामले में ईडी ने इन अधिकारियों की संपत्ति चिह्नित की है, जिसके खरीदने का सोर्स पूछा जाएगा. साथ ही खनन मामले से जुड़े अन्य सवाल भी किए जाएंगे.

डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल (west Bengal) के अवैध कोयला खनन व तस्करी (Coal Mining Scam) घोटाले में 8 IPS और 5 IAS अधिकारी भी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के निशाने पर आ गए हैं. इन सभी अधिकारियों पर अवैध कोयला खनन के इस धंधे से आंख मूंदने के बदले मोटी रकम कमाने का संदेह है. अब इन सभी अधिकारियों को पूछताछ के लिए दिल्ली (Delhi) तलब किया गया है.

पश्चिम बंगाल कैडर के अधिकारी, घोटाले के मास्टरमाइंड ने लिया नाम

ED की तरफ से तलब किए गए 8 भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) और 5 भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) के अधिकारी पश्चिम बंगाल कैडर के ही हैं. इनकी संपत्ति केंद्रीय एजेंसी की जांच के दायरे में है. ED
सूत्रों के मुताबिक, इन सभी का नाम कोयले के अवैध खनन और तस्करी के मास्टरमाइंड अनूप मांझी उर्फ लाला (Anup Majee) ने पूछताछ के दौरान बताए हैं. इसके चलते इन अधिकारियों को तलब किया गया है.

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अलग-अलग तारीख पर बुलाए गए हैं दिल्ली

ED अधिकारी इन सभी IAS व IPS अधिकारियों से अलग-अलग पूछताछ करना चाहता है. इन सभी को 21 अगस्त से 31 अगस्त तक अलग-अलग तारीखों पर दिल्ली के ईडी हेडक्वार्टर पहुंचने के लिए कहा गया है. ED सूत्रों के मुताबिक, इन अधिकारियों से उनकी कुछ संपत्ति के बारे में पूछताछ की जाएगी. इस पूछताछ में संपत्ति खरीदने के लिए कहां से रकम जुटाई गई, कैसे लेनदेन किया गया आदि सवाल किए जाएंगे.

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इन तीन अधिकारियों से होगी खास पूछताछ

ED की तरफ से तलब किए गए IPS अधिकारियों में से 3 बेहद खास हैं. इनमें राज्य पुलिस के क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) के ADG ज्ञानवंत सिंह (Gyanwant Singh) भी हैं. राज्य पुलिस की STF को भी लीड कर रहे ज्ञानवंत को दूसरी बार ED ने तलब किया है. ED सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले ज्ञानवंत सिंह से पूछताछ में ही कोयला तस्करी की जानकारी मिली थी. अब ED उनसे यह जानना चाहती है कि राज्य पुलिस के तत्कालीन अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के तौर पर क्या उन्हें कोयला तस्करी मामले में DIG रेंज और जिला पुलिस अधीक्षकों से कोई रिपोर्ट मिली थी या नहीं?

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दूसरे अहम अधिकारी राज् पुलिस की इंटेलिजेंस ब्रांच के ADG (अतिरिक्त महानिदेशक) राजीव मिश्रा (Rajeev Mishra) हैं, जिनसे पूछताछ में ED यह जानना चाहती है कि कोयला तस्करी पर उनके विभाग ने क्या रिपोर्ट दी थी या नहीं? 

तीसरे अधिकारी सुकेश कुमार जैन (Sukesh Kumar Jain) फिलहाल ट्रैफिक डिविजन के DIG हैं. उनसे ED यह पूछेगी कि नेशनल हाइवे के जरिए ट्रकों से हो रही कोयले की तस्करी से क्या वह सच में अनजान थे?

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ममता बनर्जी के भतीजे से भी हो चुकी है पूछताछ

ED इस मामले में राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव व पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) से भी पूछताछ कर चुकी है. अभिषेक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के भतीजे हैं. अभिषेक की पत्नी रुजिरा (Rujira) से भी पहले ही पूछताछ हो चुकी है. थाईलैंड का एक बैंक अकाउंट ED की जांच के दायरे में है, जिसकी मालकिन कथित तौर पर रुजिरा है. 

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CBI की FIR के आधार पर शुरू हुई थी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच

पश्चिम बंगाल में ईस्टर्न कोलफील्ड एरिया (ECL) के इलाके में अवैध तरीके से कोयला निकालकर बाजार में बेचने की शिकायतों के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जांच शुरू की थी. CBI की कोलकाता (Kolkata) यूनिट ने इस मामले में अनूप मुखर्जी और  ECL के कई अन्य अधिकारियों के साथ ही कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ एक FIR दर्ज की थी.

इस FIR में कोयले का अवैध खनन कर चोरी करने का आरोप लगाया गया है. इसमें CISF और भारतीय रेलवे (Indian Railways) के भी कई अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया गया है. ED ने इसी FIR के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundring) केस दर्ज कर जांच शुरू की थी.

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2742 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का है अनुमान

इस मामले में ED टीम ने जांच के बाद अनुमान लगाया था कि इस कोयला चोरी की बदौलत करीब 2742.32 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग की गई है. ED ने कोर्ट में दाखिल PC में बताया कि जांच के दौरान अब तक 204.64 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की जा चुकी है और 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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