डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) के एक बयान को लेकर सत्ताधारी भाजपा और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के बीच टकराव की स्थिति बनती दिखाई दे रही है. छत्रपति शिवाजी (Chhatrapati Shivaji) पर राज्यपाल की टिप्पणी से नाराज शिंदे गुट के एक विधायक ने उनका ट्रांसफर महाराष्ट्र से किसी दूसरे राज्य में करने की मांग की है. इस मुद्दे पर शरद पवार (Sharad Pawar) की NCP और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने भी भाजपा को घेर लिया है, जिसके बाद सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस को घेर रहे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस (Devendra Fadnavis) को बैकफुट पर आते हुए बयान देना पड़ा है. साथ ही नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को भी भाजपा का बचाव करना पड़ा है.
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'जिसे महाराष्ट्र का इतिहास नहीं पता, उसे कहीं और भेजो'
राज्यपाल कोश्यारी के बयान को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के विधायक संजय गायकवाड़ (Shiv Sena MLA Sanjay Gaikwad) ने कहा, राज्यपाल को समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्श कभी पुराने नहीं होंगे. उनकी तुलना किसी अन्य महान आदमी से नहीं हो सकती. गायकवाड़ ने आगे कहा, मेरी केंद्रीय भाजपा नेताओं से अपील है कि एक आदमी जो राज्य के इतिहास को नहीं जानता, उसे कहीं दूसरी जगह भेजा जाना चाहिए.
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गायकवाड़ उस बुलढाणा विधानसभा सीट (Buldhana Constituency) से विधायक हैं, जो पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से वीर सावरकर (Veer Savarkar) को लेकर किए कमेंट के प्रतिरोध का केंद्र रही थी. उनकी तरफ से मराठी भाषा में किए ट्वीट में भाजपा के लिए चेतावनी भी छिपी हुई थी. गायकवाड़ ने कहा, केंद्र के वरिष्ठों को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि राज्यपाल के कारण दो दलों के बीच दूरियां बन सकती हैं.
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क्या कहा था कोश्यारी ने
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को कहा था कि जब हम स्कूल में थे, तो टीचर हमसे हमारे फेवरेट लीडर्स के बारे में पूछा करते थे. महाराष्ट्र ऐसे बड़े नेताओं से भरा हुआ है. शिवाजी पुराने समय के हीरो थे. राज्य को बाबा साहेब अंबेडकर और नितिन गडकरी जैसे समकालीन हीरो की तरफ मुड़ना चाहिए.
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राष्ट्रीय प्रवक्ता के भी बयान से घिरी भाजपा
कोश्यारी के बाद भाजपा अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) के भी शिवाजी को लेकर दिए विवादित बयान से घिर गई. त्रिवेदी आजकल टीवी चैनलों पर वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी के बयान पर उन्हें घेर रहे हैं. राहुल ने कहा था कि सावरकर ने ब्रिटिश शासकों को दया याचिकाएं लिखी थीं. इसे लेकर त्रिवेदी ने एक न्यूज चैनल पर कहा, शिवाजी ने भी मुगल शासक औरंगजेब को 5 पत्र लिखे थे. इसका क्या मतलब है?
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ठाकरे से लेकर पवार तक की पार्टी से घिरी भाजपा
कोश्यारी और त्रिवेदी के बयानों को लेकर भाजपा को न केवल शिवसेना (ठाकरे गुट) ने घेरा हुआ है, बल्कि उसके सहयोगी दलों कांग्रेस और NCP ने भी भाजपा की जमकर आलोचना की है. ठाकरे और उनके गुट को अब तक भाजपा राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर नरम रुख दिखाने के लिए घेर रही थी, लेकिन इस मुद्दे पर ठाकरे गुट के मुखपत्र सामना में भाजपा से राज्यपाल और अपने प्रवक्ता के बयानों को लेकर अपनी पोजिशन स्पष्ट करने की मांग की गई है.
फड़णवीस और गडकरी ने की बचाव की कोशिश
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इस मुद्दे पर बैकफुट पर आते हुए अपनी पार्टी का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि जब तक सूरज और चांद रहेंगे, महाराष्ट्र का आइकन हमेशा छत्रपति शिवाजी महाराज ही रहेंगे.
फड़णवीस के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जिनकी तुलना कोश्यारी ने शिवाजी महाराज से कर दी थी, ने भी ट्वीट किया. उन्होंने मराठी में किए ट्वीट में लिखा, छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं.
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