मुंबई के बांद्रा में शनिवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई. इस हत्या में शामिल तीन में से दो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार, पकड़े गए शूटर्स ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लिया है. इसके साथ ही मुंबई पुलिस ने भी इस बात की पुष्टी कर दी है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे बिश्नोई गैंग का हाथ है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी कई मामलों में बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ की गैंग के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
बिश्नोई गैंग की तुलना दाऊद इब्राहिम गैंग से
एनआईए ने लॉरेन्स बिश्नोई के खिलाफ एक चार्जशीट फाइल की है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तुलना दाऊद इब्राहिम से की गई है. ऐसे में जांच एजेंसियों का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई दाऊद इब्राहिम के रास्ते पर चल पड़ा है. NIA ने अपनी चार्जशीट में बताया है की लॉरेंस बिश्नोईऔर उसका टेरर सिंडिकेट बड़े स्तर पर फैल रहे है, जैसे 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम ने छोटे-मोटे अपराध करते हुए अपना नेटवर्क खड़ा किया था.
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700 से ज्यादा शूटर्स का गैंग
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं, जिसमें करीब 300 पंजाब से जुड़े हैं. इसके साथ ही इस गैंग का नारा जय बलकारी है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब के जरिए बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की फोटो डालकर युवाओं को अपराध के लिए प्रभावित करने की कोशिश की गई. बिश्नोई का कोर्ट लाते-जाते फोटो और वीडियो डाले जाते और इस तरह गैंग का प्रचार प्रसार किया गया.
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