डीएनए हिंदी: दिल्ली-एनसीआर में लगातार तेंदुओं और इंसानों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. जंगल कम होने के कारण ये जंगली जानवर अब शहरों में नजर आ रहे हैं. कई बार रिहायशी इलाकों में लेपर्ड के देखे जाने की खबरें आ चुकी हैं. हाल ही में ग्रेटर नोएडा के एक अपार्टमेंट भी लेपर्ड को देखा गया था. लेकिन अब तो हालात ये हो चुके हैं कि अपार्टमेंट और सड़कों को छोड़ तेंदुआ कोर्ट तक में घुस आया है. आपने एकदम ठीक पढ़ा बुधवार को खबर सामने आई है कि तेंदुआ गाजियाबाद की कोर्ट में ही घुस आया और उसने कई लोगों पर हमला भी कर दिया. गाजियाबाद कोर्ट में शाम 4 बजे घुसा तेंदुआ करीब 5 घंटे तक वन विभाग और पुलिस की टीमों को छकाता रहा. आखिरकार देर रात करीब 9 बजे तेंदुए को काबू कर पिंजड़े में रेस्क्यू कर लिया गया.
देखें वीडियो में तेंदुए के आने पर क्या हुआ?
तेंदुए को वीडियो में एक जाली के पास गुर्राते साफ देखा जा सकता है. इसके साथ ही जिन लोगों पर उसने हमला किया है उन्हें दर्द से कराहते हुए भी देखा जा सकता है. तेंदुए को वीडियो में एक जाली के पास गुर्राते साफ देखा जा सकता है. इसके साथ ही जिन लोगों पर उसने हमला किया है उन्हें दर्द से कराहते हुए भी देखा जा सकता है. वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी किया गया है. तेंदुए के हमले से कचहरी में हाहाकार का माहौल है. वकीलों समते आम जनता डर के इधर उधर भाग रही है, तो कहीं लोग झुंड बनाकर खड़े दिखाई दे रहे हैं.
गाजियाबाद वन विभाग पर नहीं मिले जरूरी उपकरण
गाजियाबाद ही नहीं नोएडा में भी पिछले दिनों कई बार तेंदुआ देखा जा चुका है. गाजियाबाद में तो लगातार जिले के किसी न किसी इलाके में तेंदुए को देखे जाने की खबरें मिलती रही हैं. इसके बावजूद गाजियाबाद वन विभाग की टीम के पास अब तक तेंदुए को रेस्क्यू करने लायक पर्याप्त उपकरण ही नहीं हैं. गाजियाबाद के ADM विपिन कुमार ने ANI से बताया कि कोर्ट में घुसे तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए स्थानीय वन विभाग के पास पर्याप्त उपकरण नहीं होने के कारण उन्हें मेरठ वन विभाग से मंगाया गया. इसके बाद तेंदुए को रेस्क्यू किया गया.
क्यों शहरों में आ रहे तेंदुए
तेंदुआ का एनसीआर में दिखना दिन प्रतिदिन आम बात होती जा रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह जंगल का खत्म होना और नेचुरल शिकार न मिल पाना है. ऐसा नहीं है कि तेंदुओं का मूवमेंट दिल्ली-एनसीआर में ही सबसे ज्यागा देखने को मिल रहा है. मुंबई जैसे बड़े शहर में भी तेंदुओं का जंगल के बाहर निकल सड़कों और पार्कों में घूमना आम बात है. मुंबई में भी तेंदुओं और इंसानों के बीच जंग बढ़ती जा रही है. शहरों में तेंदुओं के आने की एक बड़ी वजह शिकार भी है. जंगल में तेंदुए को इतनी आसानी से शिकार नहीं मिलता, जब कि शहरों और गांव के आसपास के इलाकों में आसानी से मवेशी या कुत्ते खाने को मिल जाते हैं. शहरों में तेंदुओं के आने की सबसे बड़ी वजह ही कुत्तों को माना जा रहा है. आज की तारीख में कुत्ते, लेपर्ड का सबसे पसंदीदा शिकार हैं.
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