Ban on Unparliamentary words: पक्ष-विपक्ष के नेताओं के तीखे हमलों पर संसद गंभीर, इन शब्दों पर लगाया गया बैन, पढ़ें पूरी लिस्ट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 14, 2022, 11:13 AM IST

संसद का शीतकालीन सत्र समय से पहले खत्म हो सकता है.

Parliament Monsoon Session: संसद में जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू जैसे शब्द शामिल किए गए हैं. वहीं नए नियमों के मुताबिक गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है. 

डीएनए हिंदीः संसद (Parliament) की कार्यवाही के दौरान अब सांसद बाल बुद्धि सांसद, जुमलाजीवी, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. अगर कोई सांसद ऐसा करता है तो वह अमर्यादित शब्द कहलाए जाएंगे. ऐसे शब्दों को संसद का कार्यवाही से बाहर कर दिया जाएगा. लोकसभा (Loksabha) सचिवालय की ओर से  ‘असंसदीय शब्द 2021’ की लिस्ट जारी की गई है. इसमें कई शब्दों को शामिल किया जाता है तो संसद में राजनीतिक दल एक-दूसरे पर तीखे हमले करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. अब इन शब्दों को ‘असंसदीय अभिव्यक्ति’ की श्रेणी में रखा गया है. 

मानसून सत्र से पहले लिया फैसला
बता दें कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है. इससे पहले यह फैसला लिया गया है. अब इन शब्दों का इस्तेमाल संसद की कार्यवाही के दौरान नहीं किया जा सकेगा. हालांकि विपक्षी दलों की ओर से इसे लेकर आपत्ति दर्ज की गई है. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा, आप मुझे निलंबित कर दीजिए. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'कुछ ही दिनों में संसद का सत्र शुरू होने वाला है. सांसदों पर पाबंदी लगाने वाला आदेश जारी किया गया है. अब हमें संसद में भाषण देते समय इन बुनियादी शब्दों का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. शर्म आनी चाहिए, दुर्व्यवहार किया, धोखा दिया, भ्रष्ट, पाखंड, अक्षम. मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा. मुझे निलंबित कर दीजिए. लोकतंत्र के लिए लड़ाई लडूंगा.'

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लिस्ट में कौन-कौन से शब्द शामिल 
इस लिस्ट में जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू जैसे शब्द शामिल किए गए हैं. वहीं नए नियमों के मुताबिक गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है. इस लिस्ट में कमीना, काला सत्र, दलाल, खून की खेती, चिलम लेना, छोकरा, कोयला चोर, गोरू चोर, चरस पीते हैं, सांड जैसे शब्द शामिल हैं. इसके साथ ही अंग्रेजी के भी कुछ शब्दों को इसमें जगह दी गई है. जिनमें ‘ आई विल कर्स यू’, बिटेन विद शू’, बिट्रेड, ब्लडशेड, चिटेड, शेडिंग क्रोकोडाइल टियर्स, डंकी, गून्स, माफिया, रबिश, स्नेक चार्मर, टाउट, ट्रेटर, विच डाक्टर आदि शमिल हैं. 

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राज्य विधानसभाओं से भी हटे अमर्यादित शब्द
संसद ही नहीं कई राज्य सभाओं से भी असंसदीय शब्दों को हटाया गया है. पिछले दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा में कार्यवाही से हटाए गए कुछ शब्द या वाक्यों को भी रखा गया है. इनमें बॉब कट हेयर, गरियाना, अंट-शंट, उच्चके, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे आदि शामिल हैं. इतना ही नहीं राजस्थान विधानसभा भी कांव कांव करना, तलवे चाटना, तड़ीपार, तुर्रम खां जैसे शब्दों को विधानसभा की कार्यवाही से हटा चुकी है.  

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