डीएनए हिंदी: लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर अलग-अलग दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इस बीच मौलाना तौकीर रजा ने बीजेपी के सीनियर नेता को सर्वोच्च सम्मान मिलने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह भारत रत्न का अपमान है. उन्होंने आजीवन बंटवारे की राजनीति की जिसकी वजह से देश में कटुता फैली. इसके साथ ही उन्होंने धमकी भी दी है कि देश में जंग का माहौल बन सकता है. उन्होंने कहा कि मुसलमान देश प्रेम की वजह से सब्र किए हुए हैं. आज अगर हमारे नौजवान कंट्रोल से बाहर हो गए तो हिंदुस्तान में जंग का माहौल हो जाएगा. उन्होंने इस फैसले के लिए मोदी सरकार की तीखी आलोचना की है.
लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर उन्होंने कहा कि यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान का अपमान है. आज देश में नफरत का माहौल है, बेरोजगारी और भुखमरी का माहौल है. इन सबके लिए वही जिम्मेदार हैं. उन्होंने बंटवारे की राजनीति की जिसकी वजह से देश आज बदहाली के मुकाम पर है. अगर इन वजहों से आडवाणी को भारत रत्न दिया गया है, तो ये खुशी की बात है. एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी बीजेपी के वरिष्ठ नेता को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर आपत्ति जताई है.
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आडवाणी को बताया नफरत फैलाने वाला
मौलाना तौकीर रजा पहले भी कई विवादित बयान देते रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत रत्न का यह घोर अपमान है. देश का सर्वोच्च सम्मान उसे मिलना चाहिए जिसने अच्छे काम किए हो. देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया हो. लाल कृष्ण आडवाणी ने बुरे काम किए हैं, देश को बांटने का काम किया है. उनको भारत रत्न दिए जाने का मतलब है कि नफरत फैलाने वालों को सम्मानित किया जाए. हम देश को यह संदेश देना चाह रहे हैं कि नफरत फैलाने वालों को पसंद किया जा रहा है.
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कई और नेताओं ने भी भारत रत्न दिए जाने पर जताई निराशा
लाल कृष्ण आडवाणी को राम मंदिर आंदोलन का जनक माना जाता है और इसके लिए उन्होंने पूरे देश में रथ यात्रा भी निकाली थी. पूर्व उप-प्रधानमंत्री को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमारी तरफ से उन्हें शुभकामनाएं हैं. दूसरी ओर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि यह बीजेपी का फैसला है. उन्होंने राम मनोहर लोहिया को भारत रत्न दिए जाने की मांग की. एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस फैसले को राजनीतिक बताया.
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