लोकसभा चुनाव 2024 के दो चरण की 190 सीटों पर चुनाव हो चुके हैं और अब सात मई को 12 राज्यों की 94 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. जिसमें से उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर चुनाव होना है. यूपी की संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं और बरेली में मतदान होगा. इनमें से कई सीटों पर समाजवादी पार्टी का दबदबा माना जाता है. ऐसे में सवाल है कि क्या बीजेपी सपा के गढ़ में सेंध लगा पाएगी?
लोकसभा चुनाव 2019 में हाथरस, संभल, आगरा, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, आवंला, बरेली और एटा में से बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि सपा को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा था. बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं जबकि इंडिया गठबंधन के तहत एक सीट पर कांग्रेस और 9 सीट पर सपा चुनाव लड़ रही है. बसपा ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे लेकिन बरेली सीट के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है.
बदायूं सीट पर सपा का दांव आएगा काम?
समाजवादी पार्टी ने बदायूं सीट से पहले धर्मेंद्र यादव फिर शिवपाल यादव और बाद में उनके बेटे आदित्य यादव को कैंडिडेट बनाया है. जबकि बीजेपी ने मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य का टिकट काटकर दुर्विजय शाक्य को प्रत्याशी घोषित किया है. इस सीट पर दोनों ही उम्मीदवार नए हैं. बीजेपी ने 2019 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी. 2014 में मोदी लहर के बाद भी सपा के धर्मेंद्र यादव ने इस सीट से चुनाव जीत लिया था.
बरेली में कौन पड़ेगा भारी?
बीजेपी ने इस सीट से आठ बार के सांसद संतोष गंगवार टिकट काटकर पूर्व राज्य मंत्री छत्रपाल गंगवार पर भरोसा जताया है. सपा ने इस सीट पर पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन को टिकट दिया है. सपा और कांग्रेस दोनो का वोट ऐरन को मिलेगा तो छत्रपाल गंगवार के लिए ऐरन भारी पड़ सकते है. इस सीट बसपा के उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने के बाद बीजेपी और सपा के बीच सीधी टक्कर है.
संभल में कैसा होगा चुनावी समीकरण
सपा के सांसद रहे शफीकुर्रहमान बर्क के निधन के बाद उनके पौत्र व कुंदरकी के विधायक जियाउर्रहमान बर्क को टिकट दिया है. वहीं, भाजपा ने एक बार फिर से परमेश्वर लाल सैनी पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है. बसपा ने मुस्लिम प्रत्याशी सौलत अली को टिकट दिया है. 2019 लोकसभा चुनाव में 1.74 लाख मतों से शफीकुर्रहमान बर्क ने परमेश्वर लाल सैनी को हराया था. बसपा की नजर दलित के साथ मुस्लिम मतदाताओं पर है जबकि सपा अपने M-Y समीकरण पर काम कर है. बीजेपी की बात करें तो परमेश्वर लाल सैनी योगी-मोदी के नाम पर वोट जुटाने में लगे हैं.
कांग्रेस को मिली फतेहपुर सीकरी सीट
लोकसभा चुनाव 2024 के रण में कांग्रेस ने रामनाथ सिकरवार को फतेहपुर सीकरी से उतारा है. वह प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं. 2019 के आम चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के राजकुमार चाहर संसद पहुंचे थे, बीजेपी ने फिर उन पर भरोसा जताया है. बसपा ने यहां पर राम निवास शर्मा को टिकट दिया है.
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