RSS नेता दत्तात्रेय होसबले बोले- जब भगवान राम और महाराणा प्रताप ने छोड़ दिया जातिवाद तो हम कौन हैं

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 10, 2022, 02:33 PM IST

दत्तात्रेय होसबले (फाइल फोटो)

RSS on Casteism: आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबले ने सवाल उठाए हैं कि जब श्रीराम और महाराणा प्रताप ने जातिवाद नहीं माना तो हम कौन होते हैं.

डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) चीफ मोहन भागवत के बाद अब महासचिव दत्तात्रेय होसबले (Dattatreya Hosabale) ने भी जातिवाद का विरोध किया है. दत्तात्रेय होसबले ने भगवान श्रीराम और महाराणा प्रताप (Maha Rana Pratap) का उदाहरण देते हुए लोगों से जातिवाद छोड़कर राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का आह्वान किया है. राजस्थान के पाली के बांगर कॉलेज परिसर में आयोजित आरएसएस (RSS) के एक कार्यक्रम में होसबले ने कहा कि 'हम सब हिंदू हैं'. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाएं, ताकि वे सभी बड़े होकर अच्छे नागरिक बन पाएं.

दत्तात्रेय होसबले ने कहा, 'भगवान श्रीराम ने कभी जातिवाद का पालन नहीं किया. उन्होंने एक निम्न वर्ग की भक्त सबरी के यहां जामुन खाए. यहां तक कि महाराणा प्रताप की सेना में भी भील और अन्य जातियों के लोग शामिल थे, जो उनके साथ साझा किए गए सौहार्दपूर्ण संबंधों को दर्शाते हैं. जब उन्होंने भेदभाव नहीं किया तो हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि हम सभी हिंदू हैं और हम भाई हैं.

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'बच्चों में जगाएं देशभक्ति की भावना'
आरएसएस के महासचिव होसबले ने कहा, 'जब देश हमें सब कुछ देता है, तो हमें उसे कुछ वापस देना भी सीखना चाहिए. हमारे बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए और हमारे मन में स्वाभिमान, राष्ट्र के प्रति प्रेम होना चाहिए. सभी को अपने बच्चों में देशभक्ति की भावना जगानी चाहिए, ताकि वे बड़े होकर अच्छे नागरिक बन सकें. भारत माता की जय और वंदे मातरम स्वतंत्रता आंदोलन के नारे थे, इसलिए हमें उनका भी जाप करना चाहिए.'

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अमेरिका की न्यूज़वीक पत्रिका में प्रकाशित एक लेख 'हम सब हिंदू हैं' का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद दुनिया को हिंदुत्व की देन है, हम सभी हिंदू हैं. हमें इस पर गर्व होना चाहिए. उन्होंने संघ के तीन वर्ष बाद आने वाले शताब्दी वर्ष के मौके पर समाज से भारत को समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में योगदान देने का आह्वान किया. इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.

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