Lt Gen Anil Puri: जानें कौन हैं ले. जनरल अनिल पुरी जिन्होंने अग्निपथ योजना को पहनाया है अमलीजामा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 20, 2022, 11:28 AM IST

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी

Lt Gen Anil Puri Profile: अग्निपथ योजना के समर्थन में केंद्र सरकार और सेना के पक्ष को सीधे अंदाज में ले. जनरल अनिल पुरी ने मीडिया के सामने रखा है.

डीएनए हिंदी: सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना का विरोध देश भर में हो रहा है. इस बीच इस स्कीम के सकारात्मक पहलू समझाने के लिए आगे आए लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी की चर्चा हो रही है. जनर पुरी ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि सेना में भर्ती होना अगर प्राथमिकता है तो वह घर लौटें और परीक्षा और प्रैक्टिकल की तैयारी करें. बेहद सधे अंदाज में उन्होंने कहा है कि यह स्कीम देश की सेना को युवा बनाने के लिए है. जनरल पुरी कौन हैं और इस योजना की इतनी तरफदारी क्यों कर रहे हैं, जानें यहां.

LT Gen Anil Puri की प्रोफाइल जान लें 
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (Lt Gen Anil Puri) ने अग्निपथ योजना को तैयार करने वाले लोगों में शामिल हैं. इस योजना के आकार में लेने की हर प्रक्रिया से वह करीब से जुड़े हैं और इसके हर छोटे-बड़े पहलू को बेहतर तरीके से समझते हैं. वह इस समय रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सैन्‍य मामलों के विभाग में अडिशनल सेक्रेटरी (AS, DMA) के पद पर तैनात हैं.

ले. जनरल अनिल पुरी ढाई साल पहले बनाए गए सैन्‍य मामलों के विभाग (DMA) में सबसे सीनियर अधिकारी हैं. वे यहां अडिशनल सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं. आपको बता दें कि डीएमए सरकार और सेनाओं के बीच पुल का काम करता है और इसके मुखिया चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (CDS) होते हैं. फिलहाल जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के बाद से सीडीएस का पद खाली है. 

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अग्निपथ योजना के लिए पहले CDS के मिशन मैन थे जनरल पुरी 
देश के पहले सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत सेना भर्ती प्रक्रिया में सुधार और आयु सीमा घटाने के मुखर समर्थक थे. पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री ले. जनरल वीके सिंह भी खुलकर कह चुके हैं कि करगिल युद्ध के बाद से ही सेना भर्ती प्रक्रिया में सुधार की योजना बन रही है. सीडीएस बनते ही जनरल रावत ने इस पर मिशन मोड में काम करना शुरू कर दिया था.

जनरल रावत ने इस योजना को अमली जामा पहनाने का जिम्मा लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी को दिया था. जनरल पुरी उन वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारियों में से हैं जिनकी देखरेख में ही 'अग्निपथ' योजना तैयार की गई है। पुरी ने खुद भी कहा कि तीनों सेनाओं की उम्र घटाने की योजना काफी समय से बन रही थी. करगिल रिव्‍यू कमिटी ने भी इस बारे में टिप्‍पणियां की थीं. 

Agnipath पर दो टूक राय, रोल बैक का सवाल ही नहीं 
अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को समझाते हुए लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने दो टूक अंदाज में कहा है कि स्कीम के रोल बैक का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अगर आपके मन में यह सवाल है कि यह स्कीम रोल बैक होगी तो नहीं ऐसा नहीं होगा. यह हमारी सेना को युवा बनाने का प्रगतिशील कदम है. सेना ने इसे लागू करने से पहले बरसों की रिसर्च की है, दूसरे देशों की मिलिट्री स्टडी की है. हाई बहुत ऊंचे इलाकों में होने वाली मृत्यु दर देखिए. हमारी सेना का युवा होना हमारी जरूरत है.'

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