डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लुलु मॉल (LuLu Mall) उद्घाटन के बाद से ही विवादों में है. लुलु मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो वायरल होने के बाद से तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. अब इस मसले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से भी बड़ा बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ लोग बेवजह टिप्पणी कर रहे हैं और लोगों की आवाजाही में बाधा डालने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लखनऊ प्रशासन को इस मामले को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए. इस तरह का उपद्रव करने का प्रयास करने वाले उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए.
विवाद के बीच लुलु मॉल ने भी रखा अपना पक्ष
लुलु मॉल पर लग रहे तमाम आरोपों की बीच लुलु मॉल मैनेजमेंट की तरफ से अपना पक्ष रखा गया है. लुलु मॉल मैनेजमैंज की तरफ से कहा गया है कि लुलु मॉल पूरी तरह से एक व्यापारिक प्रतिष्ठान है, जो बिना जाति और वर्ग के व्यापार करता है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए हमारी संस्था को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
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हमारे कर्मचारियों में यूपी के स्थानीय निवासी सहित देशभर के लोग शामिल हैं. इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक हिंदू हैं बाकी मुस्लिम, ईसाई और अन्य हैं. सार्वजनिक स्थान पर नमाज अदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मॉल मैनेजमेंट ने FIR दर्ज की है.
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मॉल मैनेजमेंट की तरफ से यह भी कहा गया कि कंज्यूमर हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. हमारा प्रतिष्ठान सरकारी नियमों द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर ही व्यापार करता है. हमारे कर्मचारी यहां जाति और धर्म के नाम पर नहीं बल्कि कार्य कुशलता और योग्यता के आधार पर हैं. लुलु मॉल की तरफ से तरफ से यह अपील भी की गई है कि निहित स्वार्थ के लिए उनके प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान को टारगेट न किया जाए. अपील के साथ ही लुलु मॉल ने यह भी कहा है, "हमें अपने ग्राहक के लाभ को ध्यान में रखते हुए व्यवसाय करने की अनुमति दें."
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