डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में मदरसों का सर्वे कराए जाने के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ मायावती (Madarsa) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा है. मायावती ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी निजी मदरसों के संचालन में हस्तक्षेप का प्रयास कर रही है और इस सर्वेक्षण के बहाने मुस्लिम समुदाय को डराने की कोशिश कर रही है. यूपी में पिछले 6 महीनों से किसी भी नए मदरसे को अनुदान सूची में शामिल नहीं किया गया है. प्रदेश में सिर्फ़ 560 मदरसे ऐसे हैं जिन्हें सरकारी अनुदान दिया जाता है.
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने एक ट्वीट में कहा, 'मुस्लिम समाज के शोषित, उपेक्षित और दंगा-पीड़ित होने आदि की शिकायत कांग्रेस के समय से आम रही है और अब बीजेपी द्वारा तुष्टीकरण के नाम पर संकीर्ण राजनीति करके सत्ता में आ जाने के बाद फिर इनके दमन और आतंकित करने का खेल अनवरत जारी है, जो अति-दुःखद और निन्दनीय है.'
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यूपी में कराया जाएगा मदरसों का सर्वे
उन्होंने कहा, 'इसी क्रम में अब यूपी में मदरसों पर बीजेपी सरकार की टेढ़ी नजर है. मदरसा सर्वेक्षण के नाम पर कौम के चंदे पर चलने वाले निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप का अनुचित प्रयास हो रहा है, जबकि सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों और सरकारी स्कूलों की बदतर हालत को सुधारने पर सरकार को ध्यान केन्द्रित करना चाहिए.' आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 अगस्त को राज्य के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में मूलभूत सुविधाओं की स्थिति जांचने के लिए उनका सर्वेक्षण कराने का फैसला किया था.
राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने बताया था कि राज्य सरकार ने मदरसों में छात्र-छात्राओं को मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के सिलसिले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अपेक्षा के मुताबिक, प्रदेश के सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वेक्षण कराने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा. मंत्री ने बताया था कि सर्वेक्षण में मदरसे का नाम, उसका संचालन करने वाली संस्था का नाम, मदरसा निजी या किराए के भवन में चल रहा है इसकी जानकारी, मदरसे में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की संख्या, पेयजल, फर्नीचर, विद्युत आपूर्ति तथा शौचालय की व्यवस्था, शिक्षकों की संख्या, मदरसे में लागू पाठ्यक्रम, मदरसे की आय का स्रोत और किसी गैर सरकारी संस्था से मदरसे की संबद्धता से संबंधित सूचनाएं इकट्ठा की जाएंगी.
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16,461 में से 560 को मिलता है सरकारी अनुदान
इस सर्वे में के बारे में जब मंत्री से पूछा गया था कि क्या राज्य सरकार इस सर्वेक्षण के बाद नए मदरसों को मान्यता देने की प्रक्रिया शुरू करेगी, तो राज्य मंत्री ने कहा कि अभी सरकार का मकसद सिर्फ गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के बारे में सूचनाएं इकट्ठा करना है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में इस वक्त कुल 16,461 मदरसे हैं जिनमें से 560 को सरकारी अनुदान दिया जाता है. प्रदेश में पिछले छह साल से नए मदरसों को अनुदान सूची में नहीं लिया गया है.
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