MP Cabinet Expension: मध्य प्रदेश में आज होगा कैबिनेट विस्तार, इन विधायकों को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी 

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Dec 25, 2023, 07:34 AM IST

Mohan Yadav Cabinet 

Madhya Pradesh Cabinet Expension: मध्य प्रदेश मंत्रीमंडल का विस्तार आज किया जाएगा और कई दिग्गज चेहरों को मंत्री का पद मिल सकता है. मोहन यादव सरकार में प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय को मंत्री बनाए जाने की खबरें हैं. 

डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को ही आ गए थे लेकिन अब तक मंत्रीमंडल विस्तार नहीं हुआ है. मोहन यादव पहली बार मंत्री बनाए गए हैं और कई बड़े चेहरों को उनकी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. सबसे ज्यादा चर्चा सांसद से विधायक बनने वाले नेताओं की है. देखना यह है कि इन्हें मंत्रीमंडल में जगह मिलती है या नहीं. खबर है कि शपथ लेने वालों में सांसद से विधायक बने तीन से चार चेहरे मंत्रीमंडल में शामिल हो सकते हैं. शपथ ग्रहण समारोह शाम 3 बजे होगा और 21 मत्रियों को शपथ दिलाने की चर्चा है.  प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय  का नाम मंत्री बनाने वाली लिस्ट में सबसे आगे चल रहा है. 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद थे. कैबिनेट विस्तार को लेकर उनकी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई और गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी उन्होंने मीटिंग की है. बैठक के बाद यादव ने स्पष्ट कर दिया कि 25 दिसंबर को कैबिनेट विस्तार होगा और नई सरकार में मंत्री अपना पद संभालेंगे. चर्चा है कि सांसद से विधायक बने कई चेहरों को सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी. 

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इन 21 विधायकों को मंत्री बनाए जाने की है चर्चा 
कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, भूपेंद्र सिंह, गोविंद राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, प्रदीप लारिया, एदल सिंह कंसाना, चेतन कश्यप, अर्चना चिटनिस, नागर सिंह चौहान, निर्मला भूरिया, ओम प्रकाश धुर्वे, नारायण कुशवाहा, कुंवर सिंह टेकाम, विष्णु खत्री कृष्णा गौर और रामेश्वर शर्मा का नाम मंत्री बनाने की लिस्ट में आगे चल रहा है. मध्य प्रदेश में कैबिनेट में फिलहाल केवल तीन सदस्य हैं, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव के अलावा दो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा शामिल हैं.

लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर होगा फैसला 
माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के कैबिनेट विस्तार में भी जाति और क्षेत्रवार प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा जाएगा. मोहन यादव को सीएम बनाने के पीछे भी ओबीसी प्रतिनिधित्व के साथ बिहार और यूपी के बड़े यादव वोटरों को साधने की रणनीति है. यादव संघ के करीबी हैं और वोटों के लिहाज से बड़ी आबादी वाले यादव समुदाय से आते हैं. फिलहाल पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है कि उनका रोल अब क्या होगा. 

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