डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान 'लाडली बहना' योजना सबसे ज्यादा चर्चा में थी. अब इसी योजना की लाभार्थियों की संख्या में कमी आने के मामले पर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तंज कसा है. कांग्रेस का आरोप है कि शिवराज सिंह चौहान के जाते ही इसकी लाभार्थियों की संख्या कम हो गई है. कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि इस योजना के तहत बहनों को पैसा दिए जाने से कांग्रेस को काफी पीड़ा होती है.
एक समारोह को संबोधित करते हुए मोहन यादव ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली पिछली बीजेपी सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 1.29 करोड़ लाभार्थियों को 1,576 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए. कांग्रेस ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया था कि क्या नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले शुरू की गई योजना, शिवराज सिंह चौहान के सीएम पद से हटने के बाद भी जारी रहेगी.
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'हम पैसे भेजते रहेंगे, कांग्रेस को दर्द होता रहेगा'
मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद बुधवार को पहली बार सांकेतिक रूप से 'माउस के एक क्लिक' से इस योजना के तहत पैसे ट्रांसफर किए. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि जब सरकार पैसे ट्रांसफर करती है तो कांग्रेस नेताओं को दर्द क्यों होता है? उन्होंने (कांग्रेस) कहा कि सरकार ऐसा नहीं करेगी. अब जब सरकार पैसा ट्रांसफर कर रही है तो कहने लगते हैं कि अगली बार ऐसा नहीं होगा. मैं कहता हूं कि हम ऐसा करना जारी रखेंगे और उनका दर्द जारी रहेगा.'
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योजना के तहत सरकार प्रत्येक लाभार्थी को प्रति माह 1250 रुपये देती है. इस बीच, कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने दावा किया कि चौहान सरकार के तहत लाभार्थियों की संख्या 1.31 करोड़ थी और अब यह घटकर 1.29 करोड़ हो गई है. मिश्रा के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राज्य बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस झूठ की फैक्ट्री है. उन्होंने डेटा शेयर करते हुए कहा कि विभिन्न कारणों से पिछले साल सितंबर से लाभार्थियों की संख्या में 1.75 लाख की गिरावट आई है. अग्रवाल ने कहा कि अन्य बातों के अलावा, लगभग 1.56 लाख महिलाएं 60 वर्ष की आयु पार करने के बाद अपात्र हो गईं, जबकि 18,000 से अधिक महिलाओं ने लाभ छोड़ दिया.
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