Mahadev Betting App: ईडी की रडार पर फिल्म स्टार, रणबीर कपूर के बाद इन सितारों को भेजा समन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 06, 2023, 01:00 PM IST

ranbir kapoor and shraddha kapoor (photos social media)

Mahadev Betting App Scam मामले में ईडी ने अलग-अलग तारीख पर पूछताछ के लिए बॉलीवुड सितारों को समन भेजा है.

डीएनए हिंदी: ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 'महादेव गेंमिंग-बेटिंग ऐप' केस में बॉलीवुड सितारों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ईडी ने रनबीर कपूर के बाद  कपिल शर्मा, अभिनेत्री श्रद्धा कपूर, हुमा कुरैशी और हिना खान को समन भेजा है. सभी को अलग-अलग तारीख पर पूछताछ के पेश होने के लिए कहा है. ईडी ने रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर को समन भेजकर 6 अक्टूबर को रायपुर के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दे दिया था. लेकिन रणबीर ने एजेंसी को पत्र लिखकर पेश होने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा है. वहीं, श्रद्धा आज पेश होंगी या नहीं, इसकी जानकारी अभी नहीं आई है.

बता दें की ईडी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत इन सितारों का बयान दर्ज करेगी और यह समझने की कोशिश करेगी कि ऐप के प्रवर्तकों द्वारा कथित तौर पर किए गए भुगतान और धन प्राप्ति का तरीका क्या था. माना जा रहा है कि इन कलाकारों को मामले में आरोपी नहीं बनाया जाएगा. समझा जाता है कि इन कलाकारों ने महादेव ऐप का प्रचार किया और कुछ ने ऐप के एक प्रवर्तक की विदेश में हुई शादी में मेहमानों का मनोरंजन किया था.

15 से ज्यादा हस्तियां ED की रडार पर
रणबीर कपूर को पेश होने के लिए समन भेजने के बाद पता चला कि ईडी इस मामले में 14 से 15 अन्य हस्तियों की भूमिका की जांच कर रही है और उन्हें भी जल्द पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. एजेंसी के मुताबिक, कंपनी के प्रवर्तक सौरभ चंद्रशेखर और रवि उप्पल दुबई से ऐप संचालित कर रहे थे. उसने आरोप लगाया कि वे नए उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण करने के लिए ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे, आईडी बनाते थे और बहुस्तरीय बेनामी बैंक खातों के नेटवर्क से मनी लॉन्ड्रिंग करते थे. 

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इस अनुपात में बांटा जाता था प्रॉफिट
अधिकारियों ने बताया कि ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक ऐप’ का संचालन संयुक्त अरब अमीरात (UAE) स्थित हेड ऑफिस से किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि वे अपने जानकारों को 'फ्रेंचाइजी' के जरिए खोली गई ब्रांचों को कारोबार का अधिकार 70:30 के लाभ अनुपात पर देते थे. अधिकारियों ने बताया कि सट्टे से हुई कमाई की राशि दूसरे देशों में मौजूद खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला का इस्तेमाल किया जाता था.

उन्होंने बताया कि भारत में सट्टा वेबसाइट के प्रचार करने के लिए बड़े पैमाने पर नकदी का इस्तेमाल किया गया ताकि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी के लिए उन्हें आकर्षित किया जा सके. कंपनी के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं.

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