Maharashtra: ठाणे के अस्पताल में 24 घंटे में 18 मरीजों की मौत से मचा हड़कंप, CM शिंदे ने दिए जांच के आदेश

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 13, 2023, 07:16 PM IST

Maharashtra News: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति के बारे में जानकारी ली और एक स्वतंत्र जांच समिति के गठन का आदेश दिया है. जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा आयुक्त करेंगे.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के ठाणे के एक सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 18 मरीजों की मौत हो गई है.  नगर निगम आयुक्त अभिजीत बांगर ने बताया कि मरने वालों में 10 महिलाएं और 8 पुरुष शामिल हैं. यह मामला नगर निकाय द्वारा संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल का है. मुख्यमंत्री एकनाश शिंदे ने मौतों की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि लापरवाही मिली तो सख्त एक्शन लिया जाएगा. वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने ट्वीट कर इन मौतों के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.

अभिजीत बांगर ने बताया कि 18 मृतकों में छह ठाणे शहर से, चार कल्याण से, तीन शाहपुर से, एक-एक भिवंडी, उल्हासनगर और गोवंडी (मुंबई में) से हैं. जबकि एक मरीज किसी अन्य जगह से है और एक अज्ञात है. आयुक्त ने कहा कि मृतक मरीजों में से 12 की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी. इससे पहले महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत और स्थानीय पुलिस उपायुक्त गणेश गावड़े ने छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 17 मरीजों की मौत होने की जानकारी दी थी. 

जांच समिति का गठन
बांगर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति के बारे में जानकारी ली और एक स्वतंत्र जांच समिति के गठन का आदेश दिया है. जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा आयुक्त करेंगे. उन्होंने कहा कि जांच समिति में कलेक्टर, निगम प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और सिविक सर्जन समेत अन्य शामिल होंगे. बांगर ने कहा कि यह समिति मौतों के परीक्षण पहलू की जांच करेगी. मृतक मरीजों को गुर्दे की पथरी, पक्षाघात, अल्सर, निमोनिया, केरोसिन विषाक्तता, सैप्टीसीमिया आदि जैसी समस्याएं थीं.

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आयुक्त ने कहा, ‘उपचार के क्रम की जांच की जाएगी और मृतकों के परिजनों के बयान आदि दर्ज किए जाएंगे. कुछ परिजनों द्वारा लगाया गया लापरवाही का आरोप एक गंभीर मामला है, जिस पर जांच समिति गौर करेगी.’ कोविड ड्यूटी में तैनात सभी 500 ​​कर्मचारियों को संबंधित अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और अतिरिक्त नर्सिंग स्टाफ नियुक्त किया गया है.’ 

सरकार ने 2 दिन में मांगी रिपोर्ट
वहीं, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि अस्पताल के डीन को इस मामले में 2 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है. ठाणे नगर निकाय के एक अधिकारी ने कहा कि मौत के कारणों का विश्लेषण किया जा रहा है और निकाय के कई अधिकारी रिकॉर्ड आदि का निरीक्षण कर रहे हैं. मामले के संबंध में पुलिस उपायुक्त गणेश गावड़े ने कहा, ‘हमें पिछले 24 घंटों में 17 मौतों की जानकारी मिली है. हमें बताया गया है कि प्रति दिन सामान्य आंकड़ा छह से सात है.’ उन्होंने कहा, ‘अस्पताल प्रबंधन ने हमें बताया कि कुछ मरीज गंभीर अवस्था में वहां पहुंचे और इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. कुछ बुजुर्ग थे. इतनी अधिक संख्या में मौतों के कारण किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हमने अस्पताल में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी है.’ सावंत ने कहा कि अस्पताल के डीन को पिछले 24 घंटों में 17 मौतों पर दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है. 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और क्षेत्र के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने अस्पताल में कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए। अस्पताल का दौरा करने वाली राज्य मंत्री अदिति तटकरे ने मौतों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि महाराष्ट्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करेगी कि ऐसी घटना दोबारा न हो. ठाणे के पूर्व महापौर नरेश म्हास्के, जो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के प्रवक्ता भी हैं, ने कहा कि अस्पताल पर क्षमता से अधिक भार है और 500 मरीजों की क्षमता के मुकाबले प्रति दिन 650 मरीजों का इलाज किया जाता रहा है. (इनपुट- भाषा)

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